Saturday, February 11, 2012

गेहूं छोड़ किसान अपना रहे मकई की खेती


कुर्साकांटा (अररिया) : खेती में कम लागत व अधिक उपज को देखते हुए प्रखंड के किसानों ने बड़े पैमाने पर मक्का की खेती को अपना लिया है।
प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों किसान इस वर्ष गेहूं की खेती छोड़कर मक्का की खेती कर रहे हैं। दभड़ा शरणपुर के किसान बालकृष्ण मिश्र, शिवकुमार सिंह, सूर्यकांत ठाकुर, बलराम सिंह, जिवानंद झा, झबरू सिंह, मुन्ना मिश्र, रूद्रानंद झा, विश्वेश्वर मंडल आदि ने बताया कि गेहूं की खेती में जोताई, कोड़ाई, सिंचाई एवं कटाई में मजदूरी एवं लागत पूंजी के हिसाब से उपज में लागत भी प्राप्त नही हो रही थी। मक्का की खेती में प्रारंभ से पशुओं को हरी घास, कटाई के बाद जलावन तो प्राप्त होता ही है गेहूं की तुलना में पैदावार भी अच्छी होती है। वहीं किसान मोहन मंडल, तेजकृष्ण मिश्र, तारणी सिंह, ने बताया कि पिछले वर्ष आजमाइश के तौर पर एक-दो एकड़ में मक्का की खेती किया था। अच्छी पैदावार प्राप्त हुई इसलिए इस वर्ष अधिक मात्रा में खेती कर रहे हैं। दभड़ा, शरणपुर, कपरफोड़ा, शंकरपुर, ताराबाड़ी आदि जगहों पर इस वर्ष सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का की खेती से ऐसा प्रतीत होता है कि अब किसान मकई की ओर रुख कर चुके हैं।

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