अररिया/फारबिसगंज : बुधवार को विश्व कप के भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल क्रिकेट मैच देखने को लेकर लोगों में उत्साह उफान पर रहा। आलम यह था कि मैच शुरू होते ही सड़कों पर वीरानगी छा गयी। सभी अपने-अपने घरों में तो कोई शहर की दुकानों पर टीवी सेट पर चिपके नजर आये। शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में आम दिनों की अपेक्षा कम लोग नजर आये। युवा,खेल प्रेमी से लेकर बुजुर्ग तक टीवी सेट से चिपके रहे। जब इंडिया के खिलाड़ी पहले बैटिंग करने मैदान पर उतरे तो हर चौके-छक्के पर तालियों की गड़गड़ाहाट के साथ शोर उठते रहे। कोई कहते लगे रहो भारत के शेर, तो कोई नारे लगाता जीतेगा भाई, जीतेगा भाई जीतेगा..। वहीं जब भारत के खिलाड़ी आउट होते तो जैसे खामोशी छा जाती। सभी के हाथ या तो प्रार्थना को जुट जाते तो या दुआ को। यही हाल टीवी पर दिखाये जा रहे मैच के दर्शकों का भी था। क्या क्रिकेटर क्या फिल्मी हीरो या फिर राजनेता सभी लगने वाले चौके छक्के लगने से उछल पड़ते तो आउट होने पर मायूश। जो मैच को करीब से देख रहे थे और जो टीवी चैनलों के जरिये मैच का आनंद ले रहे थे, सभी का एक जैसा हाल था। सभी जैसे क्रिकेट में खो से गये थे। यही हाल मैच के दूसरे स्पेल का रहा। पाकिस्तान के हर आउट होने वाले खिलाड़ी के साथ पटाखे गुंजते रहे। ऐसे खेल काफी संघर्ष पूर्ण रहा और लोगों ने इसका भरपूर आनंद उठाया। इस दौरान बाजार में बिल्कुल मंदी छाई रही। दुकानदार भी क्रिकेट का लुफ्त उठाने में मशगूल दिखे।
Thursday, March 31, 2011
मैच के दौरान सड़कों पर छायी रही विरानगी
अररिया/फारबिसगंज : बुधवार को विश्व कप के भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल क्रिकेट मैच देखने को लेकर लोगों में उत्साह उफान पर रहा। आलम यह था कि मैच शुरू होते ही सड़कों पर वीरानगी छा गयी। सभी अपने-अपने घरों में तो कोई शहर की दुकानों पर टीवी सेट पर चिपके नजर आये। शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में आम दिनों की अपेक्षा कम लोग नजर आये। युवा,खेल प्रेमी से लेकर बुजुर्ग तक टीवी सेट से चिपके रहे। जब इंडिया के खिलाड़ी पहले बैटिंग करने मैदान पर उतरे तो हर चौके-छक्के पर तालियों की गड़गड़ाहाट के साथ शोर उठते रहे। कोई कहते लगे रहो भारत के शेर, तो कोई नारे लगाता जीतेगा भाई, जीतेगा भाई जीतेगा..। वहीं जब भारत के खिलाड़ी आउट होते तो जैसे खामोशी छा जाती। सभी के हाथ या तो प्रार्थना को जुट जाते तो या दुआ को। यही हाल टीवी पर दिखाये जा रहे मैच के दर्शकों का भी था। क्या क्रिकेटर क्या फिल्मी हीरो या फिर राजनेता सभी लगने वाले चौके छक्के लगने से उछल पड़ते तो आउट होने पर मायूश। जो मैच को करीब से देख रहे थे और जो टीवी चैनलों के जरिये मैच का आनंद ले रहे थे, सभी का एक जैसा हाल था। सभी जैसे क्रिकेट में खो से गये थे। यही हाल मैच के दूसरे स्पेल का रहा। पाकिस्तान के हर आउट होने वाले खिलाड़ी के साथ पटाखे गुंजते रहे। ऐसे खेल काफी संघर्ष पूर्ण रहा और लोगों ने इसका भरपूर आनंद उठाया। इस दौरान बाजार में बिल्कुल मंदी छाई रही। दुकानदार भी क्रिकेट का लुफ्त उठाने में मशगूल दिखे।
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