Saturday, April 2, 2011

निकासी के अभाव में वेतन मद की राशि हुई वापस


अररिया : आखिरकार जिसका डर था वही हुआ। अररिया में नये डीडीसी के पोस्टिंग नहीं होने के कारण निकासी के अभाव में जिले को प्राप्त करोड़ों रुपये का आवंटन सरकार को वापस कर दिया गया। यहीं नहीं प्रशासन को प्राप्त दर्जनों कर्मचारियों के वेतन मद की राशि भी 31 मार्च को निकासी नहीं हो पाई। हालांकि गुरुवार को आशा जगी थी कि प्रभारी डीडीसी डीआरडीए निदेशक जफर रकीब को डीएम के स्तर से वित्तीय पावर दिया जायेगा परंतु संचिका में आपत्ति दर्ज कर बैरंग लौटा दिया गया। प्रभारी डीडीसी को वित्तीय अधिकार देने के लिए डीएम के स्तर से डेढ़ माह पूर्व ही सरकार को पत्र लिखा गया था परंतु वित्तीय वर्ष समाप्ति के समय में भी कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ। जिसका खामियाजा जिला को भुगतना पड़ा। जानकारी के अनुसार निकासी के अभाव में जिला परिषद कार्यालय को प्राप्त बीआरजीएफ योजना मद का 10 करोड़ 22 लाख, बीआरजीएफ प्रशिक्षण मद का करीब 15 लाख, जिप कर्मियों के वेतन मद का 9 लाख 2 हजार रूपया मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी के नहीं रहने के कारण लेप्स हो गया। जबकि डीआरडीए प्रशासन मद वेतन मद की 6 लाख 56 हजार रुपया सरेण्डर हो गया। जबकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी लाखों की राशि वापस की गयी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से मदरसा शिक्षकों का एरियर व वेतन मद में अवशेष करीब एक करोड़ की राशि प्रत्यर्पित की गयी। इसके अतिरिक्त डीएसई कार्यालय द्वारा प्रखंड शिक्षक मानदेय मद में 3 लाख 71 हजार, अपीलीय प्राधिकार वेतन मद में एक लाख 08 हजार, 900, बीईईओ मद में 3 लाख 54 हजार 520 तथा स्थापना कार्यालय मद का एक लाख 12 हजार 153 रुपये प्रत्यर्पित की गयी। 31 मार्च खत्म होने के बाद शुक्रवार को कोषागार कार्यालय में कार्य बिल्कुल ठप्प रहा। कोषागार पदाधिकारी की माने तो एक भी विपत्र उनके पास लंबित नही बचा है। इधर सिविल सर्जन डा. सीके सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से वापस होने वाली राशि का ब्यौरा पीएचसी स्तर से नहीं आया है। डा. सिंह ने बताया कि सभी पीएचसी प्रभारी को 24 घंटे के अंदर लेखा पंजी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। 31 मार्च के गड़बड़ी रोकने को लेकर डीएम के द्वारा पहले ही कई आदेश जारी किये गये थे।

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