Friday, April 20, 2012

नये पड़ाव पर नही हो सका बस स्टैंड का स्थानांतरण


फारबिसगंज (अररिया), : नप क्षेत्र में बस पड़ाव स्थानांतरण का मामला वर्षों से अधर में लटका है। सुभाष चौक सीताधार के समीप बना नया बस पड़ाव भी घोटालों के कारण विवाद में है। टेम्पों स्टैंड के लिए भी जगह निर्धारित की जा चुकी है। लेकिन इन स्थानों पर वाहन नहीं लगते। भीड़भाड़ वाला अस्पताल रोड ही अवैध तरीके से टेम्पों स्टैंड बनकर रह गया है। इस बीच बस पड़ाव के संवेदक ने पिछले एक वर्ष के दौरान करीब तीन बार यह कहकर एग्रीमेंट रद्द करने का अल्टीमेटम दिया है कि नये बस पड़ाव पर सुविधाएं नही है तथा वाहन चालकों द्वारा वाहन यहां नहीं लगाये जाते हैं। वहीं, अवैध वाहन स्टैंड से ही वाहनों से शुल्क वसूली होती रही। इसके बावजूद वाहन स्टैंड का स्थानांतरण नही हो पाया। नप के ईओ गिरिजानंद कापड़ी ने बताया कि वाहन स्टैंड को स्थानांतरित कर नये पड़ाव स्थल पर वाहन चालक जाना नही चाहते है। इसके लिए पुलिस-प्रशासन का भी सहयोग नही मिला है। श्री कापड़ी ने बताया कि एक माह पूर्व भी पुलिस बल मुहैया कराने के लिये अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन दिया गया है। सुरक्षा बल मिलने के बाद हीं वाहनों को नये स्थान पर ले जाया जा सकेगा।
इधर वाहन चालक भी नये पड़ाव स्थल पर जाना नही चाहते है। नये पड़ाव स्थल को ठीक से बनाया ही नही गया है और न हीं यहां यात्री सुविधाएं उपलब्ध है। मालूम हो कि सुभाष चौक के समीप बना नया वाहन पड़ाव लाखों रुपये की लागत से नप प्रशासन द्वारा बनवाया गया था। जो विवादों और आरोपों से घिरे होने के कारण जांच की प्रक्रिया में है। पिछले दिनों पूर्णिया प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव के द्वारा नप कार्यालय पहुंचकर बस पड़ाव निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की जांच की थी। जिसमें नप की मुख्य पार्षद वीणा देवी से भी पूछताछ की गई थी। बताया जाता है कि सीताधार से सटे स्थान पर मिट्टी की जगह कूड़ा-कचड़ा से भरकर वाहन स्टैंड बनाया गया था जहां वाहन चालक जाना नही चाहते हैं। अवैध वाहन स्टैंड से शहर में सड़क जाम की भीषण समस्या बनी रहती है। आखिर इस घपले और जाम की समस्या के लिये कौन दोषी है?

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