Thursday, April 7, 2011

भारत-नेपाल सीमावर्ती गावों का होगा कायाकल्प


अररिया : भारत-नेपाल सीमा से सटे गांवों के दिन अब बहुरने वाले हैं। सरकार सीमावर्ती गांवों में विकास के लिए निर्देश जारी किये हैं तथा उसके लिए राशि भी स्वीकृत कर दी गयी है। वित्तीय वर्ष के दौरान जिले के सीमावर्ती प्रखंडों सिकटी, कुर्साकांटा, फारबिसगंज व नरपतगंज के गांवों में सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम योजना के तहत 720 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे। इसको अमलीजामा पहनाने के लिए बुधवार को प्रभारी डीएम सह अपर समाहत्र्ता कपिलेश्वर विश्वास की अध्यक्षता में समाहरणालय कक्ष में उएक बैठक आयोजित की गई। बैठक में योजना संचालन के लिए बनायी गयी कमिटी के सदस्य पदाधिकारियों ने सुझाव दिया कि उक्त योजना के कार्य नये सिरे से नये रेट के आधार पर कराये जाएं। जिसे सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया। चारों प्रखंडों में कुल 35 योजनाएं संचालित होगी। जिसमें सड़क, कलभर्ट, एसएसबी के लिए बैरक आदि कार्य शामिल हैं। बैठक में प्रभारी डीएम श्री विश्वास ने बताया कि विभाग से 719.61 लाख रुपये खर्च करने का लक्ष्य दिया गया है। जिसके एवज में 720 लाख रुपये की वार्षिक योजना बनायी गयी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिले को 06-07 से 10-11 तक 999.70 लाख रुपये प्राप्त हुये। जिसके विरुद्ध 996.24 लाख की योजनाओं को स्वीकृत कर दिया गया। बैठक में कई अधिकारी मौजूद थे।

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