रानीगंज (अररिया) : पंचायत चुनाव को लेकर महिलाओं का उत्साह भी काफी बढ़ा हुआ है। महिलाओं के लिए सुरक्षित सीटों पर उम्मीदवारी देने के लिए अवकाश प्राप्त शिक्षिकाएं सहित विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। ग्रामीण महिलाओं की जागृति का अंदाज इससे भी लगता है कि वे पूर्व के जन प्रतिनिधियों के कार्यो का लेखा जोखा में खामियां एवं अनियमितता मतदाताओं तक अभी से पहुंचाना आरंभ कर दिया है।
मध्य विद्यालय बसैटी में लगातार 25 वर्षो तक अध्यापन कार्य करने के बाद प्रधानाचार्य पद से अवकाश लेने के पश्चात मदिना खातुन शनिवार को मुखिया पद से अपना पर्चा दाखिल किया है। भागलपुर विश्वविद्यालय के सुन्दरवती महिला महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने वाली 61 वर्षीय मदिना खातुन कहती है कि आज भी हमारे समाज में नारी शिक्षा की कमी है। मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य आदि पदों पर नामांकन करने वाली रीता देवी, पुष्पा देवी, कविता देवी, विरमा देवी आदि कहती है कि पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को मिले आरक्षण से स्त्री-पुरुष का विभेद मिटेगा। बसैटी पंचायत के मुखिया पद की अभ्यर्थी अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापिका का मानना है कि समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने के लिए महिलाओं को आगे आना होगा तथा गांव-समाज के विकास में अहम भूमिका निभानी होगी।
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