कुर्साकांटा (अररिया) : ज्यों-ज्यों मतगणना की तिथि निकट आ रही है उम्मीदवारों की धड़कनें तेज होती जा रही है। इस पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए एक से बढ़कर एक हथकंडे अपनाएं गये। शराब और पैसों के बल अपने पक्ष में मतदान कराने में प्रत्याशी कोई कसर नही छोड़ा। बावजूद इसके मतदाताओं की चुप्पी उसे दुविधा की स्थिति में ला खड़ा किया है। प्रथम चरण के तहत 20 अप्रैल को चुनाव तो संपन्न हो गया परंतु उसके भाग्य का फैसला प्रखंड मुख्यालय स्थित किसान भवन के बज्र गृह में मतपेटियों में बंद है। प्रखंड
विकास पदाधिकारी पृथ्वीनाथ पांडेय ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में 18 मई से मतगणना कार्य प्रारंभ किया जायेगा। मतगणना के लिए 28 टेबुल लगाने का प्रस्ताव दिया गया है। तेरह पंचायतों के छ: पदों के लिए किये गये मतपत्रों की गणना तीन दिनों तक चलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इधर आम लोगों के बीच अपने-अपने ढंग से हार और जीत के कयास लगाये जा रहे हैं। मतदाताओं के रूझान को देखते हुए एक नंबर पर कौन? तो दो नंबर पर कौन? रहेगा। इसकी समीक्षा हर जगह हो रही है। खासकर चाय-पान की दुकान पर लोग हार-जीत का समीकरण अधिक कर रहे हैं। एक पद पर कई प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं। चुनाव परिणाम आशा के विपरीत चौंकाने वाले भी साबित हो सकते हैं ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है।
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