Monday, May 14, 2012

कागजों पर चल रहा परवाहा स्वास्थ्य उपकेंद्र



फारबिसगंज(अररिया) : बीत गया 18 साल नहीं हो सका किसी का इलाज। स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के दावों के बीच परवाहा स्वास्थ्य उपकेंद्र की यह कोरी सच्चाई है। दान की जमीन पर बना यह स्वास्थ्य केंद्र इलाके के लोगों का इलाज करने में आज तक अक्षम है।
प्रखंड मुख्यालय से करीब दस किमी दूर परवाहा पंचायत स्थित यह स्वास्थ्य उपकेंद्र करीब 18 वर्ष पूर्व ही चालू हुआ था। लेकिन विडंबना यह कि आज तक इस अस्पताल में न तो डाक्टर ही न एएनएम ही है। परवाहा हाट पर स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण दान में मिली जमीन पर किया गया था। उद्देश्य था कि बड़ी ग्रामीण आबादी को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराया जा सके। लेकिन दूर दराज की ग्रामीण आबादी इस सेवा से महरूम रह गया। पिछले दो माह से इस उप स्वास्थ्य केंद्र पर एक एएनएम पदस्थापित है। दीगर है कि केंद्र पर उनकी उपस्थिति नहीं दिखती। वर्ष 1984 में भवन निर्माण की आधारशिला रखी गयी थी। वर्ष 1994 में भवन बनकर तैयार होने के साथ कागज पर चालू भी हो गया। वर्ष 2010-11 में अस्पताल परिसर में ईट सोलिंग के नाम पर विधायक मद से करीब 4.99 लाख रूपया भी खर्च किये। लाखों रुपये खर्च के बाद इस अस्पताल में एक भी मरीज का इलाज नहीं हुआ। परवाहा हाट स्थित इस स्वास्थ्य उपकेंद्र आज अवैध कब्जे से ही त्रस्त है। स्थानीय ग्रामीण इंद्रानंद साह, गणेश बहरदार, सुकदेव साह, सुभाष मिश्र, विनोद साह, तुलानंद साह सहित दर्जनों ग्रामीणों ने अस्पताल की इस अनदेखी पर रोष प्रकट किया। ग्रामीणों ने कहा कि उन लोगों को आज तक इस अस्पताल का लाभ नहीं मिल सका है। फारबिसगंज स्वास्थ्य प्रबंधक मनोहर कुमार ने कहा कि ग्रामीण सहयोग करें अस्पताल शीघ्र चालू हो सकता है। कहा कि भवन की साफ सफाई के बारे में केंद्र शीघ्र चालू होगा।

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