कुर्साकांटा (अररिया), : पिछले दो सप्ताह से मौसम में आए बदलाव एवं उतार चढ़ाव का असर प्रखंड क्षेत्र खासकर ग्रामीण तबकों पर जिस प्रकार पड़ रहा है। उसकी बानगी कुर्साकांटा पीएचसी में इन दिनों में देखने को मिल रही है।
पिछले एक सप्ताह में 40 से अधिक डायरिया रोगियों का उपचार पीएचसी में किया गया। वहीं खसरा, चर्म रोग, खांसी, सर्दी में भी काफी इजाफा हुआ है। प्रत्येक दिन 250 से 300 रोगियों को ओपीडी के माध्यम से इलाज हो रहा है। इस बाबत पीएचसी में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक राजेश कुमार ने बताया कि मौसम परिवर्तन से तापमान में अत्यधिक वृद्धि और अचानक कमी का असर के कारण लोग रोगग्रस्त हो रहे हैं। गांव में साफ-सफाई का आवश्यक रूप से ख्याल नहीं रखा जाता है, खान-पान मौसम के अनुरूप ध्यान नहीं रखने, कृषि उत्पादन हेतु अधिक से अधिक पैदावार के लिए अत्यधिक रासायनिक खादों का प्रयोग आदि कई कारण है जो लोग संक्रमित हो रहे हैं। आयरन युक्त प्रदूषित जल का सेवन संक्रामक रोगों का मुख्य स्रोत हैं। कई पंचायतों में खसरा रोगों का भयानक प्रकोप देखा जा रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. ओपी मंडल बताते हैं कि 5 से 15 वर्ष के बच्चों इस रोग के चपेट में अधिक आ रहे हैं।
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