Tuesday, November 9, 2010

कालाबलुआ मेले में युवाओं ने जमकर उठाया आनंद

अररिया। रविवार रात्रि के दस बज रहे थे। प्रखंड के कालाबलुआ गांव में कालीपूजा मेला में हजारों की भीड़, उसमें आदिवासी गानों के धुन पर थिरकते युवक-युवतियां मेले में चार चांद लगा रहे थे। वहीं देशी शराब के नशे में मदमस्त स्त्री-पुरुष, युवक-युवतियों के हंसी ठिठोली की गूंज भी लोगों को आकर्षित कर रहा था। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी-धजी युवतियों व युवक भी आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। मेले में फैला मध्यम प्रकाश मानो युवाओं को सुकून प्रदान कर रहा था। मेले में प्राय: सभी अपने अपने जोड़े के साथ नजर आये। मेले में देशी व महुआ शराब की दुकानें भी सजी थी जहां युवकों कही भीड़ लगी थी। मेला के बीचोबीच महिला प्रसाधन की दुकान लगी थी, जहां से युवतियां व महिलाएं अपनी पसंदीदा सामानों की खरीददारी करने में मशगुल दिखी। पच्चीस हजार वर्ग मीटर में फैले इस मेले में लोगों ने भरपूर आनंद उठाया। एक-तरफ आदिवासी नृत्य पेश करती युवक-युवतियां तो दूसरी तरफ शराब का आनन्द उठाते लोग। इसी बीच युवा अपने जीवन साथी के चयन करने में जुटे थे। फारबिसगंज से अपने परिजनों के साथ आयी सोनी वासुकी ने साथ चल रहे युवक की ओर इशारा करते हुए बताया कि संग्रामपुर वासी राम लाल बेसरा को उसने पहली ही नजर में पसंद कर लिया है। उसी प्रकार जमुनिया गांव के संजय सत्तार ने बताया की लीला नामक युवती को उसने पसंद किया है। पीरपैंती के साठ वर्षीय भत्तर किस्कू ने बताया कि इस मेले में पचास जोड़े युवक-युवतियों ने अपना जीवन साथी का चयन किया है। प्रशासन की ओर से मेले में सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया था। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

0 comments:

Post a Comment