अररिया : सिकटी के भाजपा विधायक आनंदी प्रसाद यादव की पुत्री के विवाह में रविवार की शाम अररिया में राजग नेताओं का जमावड़ा लग गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी व पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव सहित कई वर्तमान विधायक व पूर्व विधायक, सांसद तथा पार्टी संगठन से जुड़े नेता समारोह में शामिल हुए।
खासकर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन के आगमन को ले कर खासी चहल- पहल रही। इन वीआइपी नेताओं के कार्यक्रम के कारण जहां प्रशासनिक व पुलिस महकमा लगातार सक्रिय बना रहा, वहीं पार्टी संगठन से जुड़े दर्जनों छोटे बड़े नेता अपनी हाजिरी दर्ज करवाने में लगे रहे।
समारोह में सत्तारुढ़ दल के उपनेता गंगा प्रसाद, अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह, महिला आयोग की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लेसी सिंह, रानीगंज के भाजपा विधायक परमानंद ऋषिदेव, फारबिसगंज के भाजपा विधायक पद्मपराग वेणु, नरपतगंज की भाजपा विधायक देवंती देवी, जोकीहाट के जदयु विधायक सरफराज आलम, अररिया विधान सभा से भाजपा प्रत्याशी व पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण झा, जदयु के किशनगंज से लोस प्रत्याशी महमूद अशरफ, जिप अध्यक्ष शगुफ्ता अजीम, पूर्व जिप अध्यक्ष आफताब अजीम पप्पू, भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक कुमार भगत, जदयु जिलाध्यक्ष नौशाद आलम,पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह बब्बन, जदयू नेता रमेश सिंह, पूर्व मंत्री विजय कुमार मंडल, भाजपा नेता प्रेम कुमार मिश्रा,युवा नेता रंजीत यादव सहित सैकड़ों राजग नेता व पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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अमर आनंद के गीतों से रात भर झूमते रहे दर्शक
-भैया उठाए बहिनिया के डाली, बनिके कहरिया हो
अररिया : फिल्मी पाश्र्र्व गायक व प्रख्यात लोक गायक अमर आनंद व गोपाल यादव की जोड़ी ने रविवार की रात दर्शकों को लगातार झुमाए रखा। वे आंनदी यादव की पुत्री के विवाह समारोह में अपनी टीम के साथ प्रस्तुति दे रहे थे। दर्शकों में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन सहित कई वीआइपी नेता मौजूद थे।
अमर आनंद ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत भारत परिचय व वंदना के साथ की। इसके बाद उन्होंने एक एक कर सुरों के लाजवाब जलवे बिखेरे। अमर ने सुरों के साथ ऐसी अठखेलियां की कि जैसी विरले ही देखने सुनने को मिलती हैं।
अमर के सबसे छोटे भाई सुमित ने तो अपनी प्रस्तुति से दर्शकों की भरपूर वाहवाही बटोरी। उन्होंने जब भैया उठाये बहिनियां की डोली , बनि के कहरिया हो तो सारी आंखे बिछोह के गम से नम हो गई।
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