अररिया : नियंत्रित स्पीड से कोई मतलब नहीं, (उल्टे यह कि हम लोग तो कमांडरो को साइड नहीं देते हैं।) हरवक्त परिवहन नियमों का उल्लंघन तथा नीचे से ऊपर तक पैसेंजर लोड करना इनकी खासियत है।
यह दास्तान अररिया जिले की सड़कों पर बेलगाम रफ्तार में दौड़ते तिनपहिया वाहनों की है, जो कहीं भी लुढक जाते हैं। आपका चाहे कान टूटे या कपार फूटे, वह आप जानिए। इधर, गाड़ी पलटी उधर, ड्राइवर फरार। खोजते रहिए।
विगत एक वर्ष के आंकड़ों
पर गौर करें तो ये बेलगाम वाहन सत्तर से अधिक बार पलटे हैं, जिसमें एक दर्जन से अधिक मौत व ढाई सौ से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
दोपहिया व चारपहिया वाहनों से जुड़ी घटनाओं को जोड़ दें तो आंकड़ा और आगे चला जाएगा।
अररिया के जिला परिवहन पदाधिकारी सदन लाल जमादार का कहना है कि टेम्पो को चालक के अलावा तीन या पांच सवारी बैठाने का परमिट होता है। उसी तरह बड़े टेम्पो के लिए 1 प्लस सात का। लेकिन वास्तविकता क्या है, यह किसी भी वक्त व कहीं भी देखा जा सकता है।
अररिया में नगर परिषद के ठीक आगे टेम्पो पड़ाव है। नगर परिषद, थाना व प्रशासन की नाक के नीचे ओवर लोडिंग होती है, लेकिन जबाबदेह अधिकारी कुछ बोलते तक नहीं।
आप किसी भी बस स्टैंड में चले जाइए बस, सवारी, जीप, सूमो, मैजिक, टेम्पो, सबकी छत पर भेंड़ बकरी की तरह सवारियों को बैठाया जाता है। कोई बोलने या देखने वाला तक नहीं। प्रशासन को हर बस स्टेंड से बंधी रकम कर के रूप में मिलती है, पर यात्रियों की सुविधा के नाम पर अधिकारी खोंखी तक नहीं करते।
बाक्स 1
जिला परिवहन पदाधिकारी सदन लाल जमादार से प्राप्त प्रति वाहन सवारियों की निर्धारित संख्या
वाहन निर्धारित सवारी संख्या
टेम्पो 1+3
टेम्पो 1+5
सवारी 1+10
जीप 1+10
मैजिक 1+6
बस 1+35
(टू बाय टू)
बस 1+37
बस 1+52
(थ्री बाय टू)
बाक्स 2
अररिया के प्रमुख बस पड़ावों से यात्री भाड़ा की तालिका
मार्ग का नाम दूरी किराया
अररिया-फारबिसगंज 25 किमी 15 रु.
अररिया-कुर्साकाटा 38 किमी 25 रु.
अररिया-पूर्णिया 45 किमी 25 रु.
अररिया-रानीगंज 24 किमी 20 रु.
अररिया-ताराबाड़ी 24 किमी
25 रु.
अररिया पटेगना 18 किमी 25 रु.
अररिया मदनपुर, 15 किमी 15 रु.
रानीगंज फारबिसगंज 25 किमी 20 रु.
रानीगंज भरगामा 12 किमी 15 रु.
स्पष्ट है कि यात्री भाड़ा के मामले में अररिया में रामराज्य है। नब्बे फीसदी बसों में यात्री भाड़े का प्रदर्शन नहीं होता।
बाक्स 3
समस्याओं को दूर करने को लेकर होगी बैठक : डीटीओ
अररिया, जाप्र: अररिया जिले में परिवहन व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए जल्द ही स्टैंड क्लर्क, वाहन मालिक व अन्य लोगों की बैठक बुलाई जाएगी। यह कहना है डीटीओ सदन लाल जमादार का। उन्होंने बताया कि विगत दिनों इस संबंध में एक बैठक हो भी चुकी है। परिवहन व्यवस्था की खामियों को सुधारने के लिए एसडीओ डा.विनोद कुमार व वे स्वयं पहल कर रहे हैं।
बाक्स 4
कम किराये की वजह से छत पर करते सवारी
अररिया, जाप्र: खुला आसमान है, साथ में हवा भी है और भाड़ा भी कम लग रहा है, भले ही जान जाए तो जाए। शायद यही सोचना है अररिया में छत पर सफर करने वाले यात्रियों का। अगर नहीं, तो तमाम दुर्घटनाओं के बावजूद वे छत पर सफर ही क्यों करते।
इस संबंध में एक स्टेंड किरानी ने बताया कि हम लोग क्या करें? यात्री स्वयं आगे बढ़ कर छत पर सवार हो जाते हैं। अंदर भाड़ा ज्यादा है, ऊपर कम, इसीलिए लोग छत पर चढ़ने के लिए बेताब रहते हैं।
लोकल रूट में चलने वाले एक मैजिक चालक सुबोध कुमार ने बताया कि जितना भय हमलोगों को परिवहन विभाग से है उससे अधिक ऐसे छत चढ़ू यात्रियों से। सुबोध से जब पूछा गया कि परिवहन विभाग कुछ नहीं करता तो वह..।
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