अररिया : कोचगामा के आदिवासियों को जिला प्रशासन यदि जमीन देने की तैयारी में तो फिर पुरैनी के आदिवासियों को क्यों नही? यह सवाल लोगों के जेहन में उठने लगी है। इस सवाल का जवाब देने के लिए कोई भी तैयार नही है। कोचगामा की तरह पुरैनी में भी जबरन कब्जा करने नौ आदिवासियों को ताराबाड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कोचगामा की जमीन पर निषेधाज्ञा भी लागू हुई लेकिन महादलितों ने निषेधाज्ञा का परवाह किए बिना ही कब्जा कर लिया। जबकि पुरैनी की जमीन पर निषेधाज्ञा भी लागू नही हुई थी।
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