Monday, May 14, 2012

जमीन कब्जा के विरोध में गोलबंद हो रहे ग्रामीण


अररिया : कुसियारगांव के निकट कोचगामा में अपनी जमीन पर जबरन कब्जा के विरोध में ग्रामीण गोलबंद होने लगे हैं। वे किसी भी सूरत में अपनी जमीन से कब्जा मुक्ति चाहते हैं।
इस दिशा में ग्रामीणों की पहल रविवार को सामने आयी। कोचगामा के मध्य विद्यालय में दस गांव के ग्रामीण इकट्ठा हुए तथा जमीन को मुक्त कराने को लेकर रणनीति पर विचार -विमर्श किया। वहीं सोमवार को भी पैकटोला पंचायत के सरपंच अब्दुल कैयूम की अध्यक्षता में भी ग्रामीणों ने बैठक कर गोलबंद होने का संकेत दिया है।
यह अलग बात है कि कोचगामा की बैठक के बाद पुलिस ने हाइवे से हटकर अब गांव में शिविर लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों में आक्रोश प्रतिदिन उभरता जा रहा है।
आदिवासियों द्वारा कब्जा की गयी 42 एकड़ जमीन के कथित रैयत धर्मेन्द्र एवं राजेश ने बताया कि प्रशासन महादलितों को जमीन उपलब्ध कराने की तैयारी में है,लेकिन कब्जा की गयी जमीन को वे लोग किसी परिस्थिति में छोड़ने के लिए तैयार नही हैं। क्योंकि उनके पूर्वजों ने वर्ष 1937 में हीं छित्तन यादव नामक व्यक्ति से उक्त जमीन की खरीद की थी। 1954 के सर्वे में जागरूकता के अभाव में उनकी जमीन गैर मजरुवा हो गयी, लेकिन आज भी न्यायालय में इसके विरोध में उनका केस लंबित है।
इधर जिला प्रशासन ने सोमवार को भी बातचीत के माध्यम से जमीन विवाद का हल करने का प्रयास जारी रखा है।

0 comments:

Post a Comment