कुर्साकांटा (अररिया) : भारत-नेपाल सीमा होकर अबाध गति से हो रही पशुओं की तस्करी चिंता का विषय बनता जा रहा है। सीमावर्ती प्रखंड कुर्साकांटा के लैलोखर पंचायत के खरबन्ना बार्डर एवं डुमरिया बार्डर तस्करी का गलियारा बन गया है। प्रखंड के पहुंसी पंचायत के सुखसैना स्थित भलुआ नदी होकर तथा लैलोखर पंचायत के भलुआ होते हुए कुआड़ी कुर्साकांट के रास्ते बड़ी संख्या में मवेशी बंगलादेश पहुंचाया जाता है। खासकर रविवार एवं शुक्रवार को सुबह से शाम तक उक्त रास्ता व दोनों बार्डर पर मवेशियों का हुजूम देखा जा सकता है। किंतु सबसे दुखद पहलू यह है कि पशु तस्करी को रोकने के लिये संबंधित अधिकारी भी चुप्पी साध रखे हैं। लैलोखर एसएसबी कैंप के सब इंसपेक्टर से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि तस्करी एवं अपराध को मिटाने के लिये हम कृत संकल्पित हैं। वे लोग पशु तस्करी पर रोक लगाने के लिए प्रयत्नशील हैं।
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