रेणुग्राम (अररिया) : चार दिनों के बाद घरेलू नाबालिग नौकरानी विमला हत्याकांड के आरोपी डा. आशुतोष कुमार, उसकी पत्नी एवं कंपाउंडर वीरेन्द्र कुमार पुलिस पकड़ से बाहर है। जबकि विमला के परिजन जिले के तेज तर्रार एसपी शिवदीप लांडे की ओर कार्रवाई और न्याय की आस लगाए हुए हैं।
मृतका विमला के पिता भुटाई दास मां धनवंती देवी को आशा है कि हत्यारा कितना भी मजबूत और पैसे वाला क्यों न हो पुलिस की पकड़ से बच नहीं पायेगा।
27 जून को फारबिसगंज के मध्य स्थित सुल्तान पोखर में डा. आशुतोष कुमार के घर काम करने वाली 15 वर्षीय नाबालिग विमला कुमारी का शव संदिग्ध अवस्था में पाया गया था। स्थानीय लोगों के खबर पर पुलिस ने शव को बाहर निकाला था तत्पश्चात एसपी शिवदीप लांडे के नेतृत्व में डीएसपी विकास कुमार, प्रभारी एसएचओ राजन कुमार सहित पुलिस टीम ने घटना का निरीक्षण किया। निरीक्षण उपरांत एसपी श्री लांडे ने चिकित्सक एवं उसकी पत्नी के साथ कंपाउंडर की भूमिका के मामले में संदेहास्पद बताते हुए उसके फरारी पर सवालिया निशान खड़ा किया था। घटना के चार दिनों के बावजूद आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है। जबकि चिकित्सक का लगातार अपने शुभचिंतकों से वार्ता होने की बात सामने आ रही है। वहीं आरोपी डाक्टर के आवास और क्लिनिक पर सन्नाटा पसरा है।
0 comments:
Post a Comment