कैच वर्ड : योग गुरु के बोल
-योग शिविर में राजनीति व भ्रष्टाचार पर जमकर बोले बाबा
-मनमोहन ईमानदार लेकिन मजबूर प्रधानमंत्री
अररिया, कार्यालय प्रतिनिधि : बाबा रामदेव ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर जमकर चोट करते हुए सीधे तौर पर केन्द्र की संप्रग सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने सीबीआइ, आरबीआइ व आरटीआइ की वर्तमान व्यवस्था पर भी उंगली उठाई। वे भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान गुरुवार को अररिया पहुंचे थे।
अररिया के शिवपुरी मैदान में योग गुरु बाबा रामदेव ने प्राणायाम् से शरीर व आत्मबल को मजबूत बनाने के साथ-साथ देश से भ्रष्टाचार को मिटाने का लोगों से आह्वान किया। इससे पूर्व पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में आयोजित निशुल्क योग शिविर का उद्घाटन भारतीय संतमत सत्संग के वर्तमान आचार्य हरिनंदन बाबा, सहारा परिवार के पूर्वाचल प्रमुख रानोज दासगुप्ता आदि गणमान्य लोगों ने किया। शिविर में बाबा ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसे संपूर्ण भारतीय दर्शन का मूल तत्व बताया। इस दौरान उन्होंने बच्चे, जवान व बूढ़ों यानी सभी के लिए अलग-अलग व्यायाम बताए तथा स्वयं भी पसीना बहाया। उन्होंने कहा कि भारत का 300 लाख करोड़ से अधिक कालाधन 70 देशों में रखे गए हैं। लेकिन केन्द्र उसे वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। उन्होंने इसे सदी के सबसे बड़ी लूट की संज्ञा दी। 2 जी-स्पेक्ट्रम घोटाले पर भी बाबा जमकर बोले तथा कहा कि सरकार जेपीसी नियुक्त करने के लिए राजी नहीं हो रही है। इसका मतलब है कि उसमें कई अन्य नेताओं की भी मिलीभगत है। सरकार को पोल खुलने का डर है। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ईमानदार किंतु मजबूर प्रधानमंत्री बताया। राजनीति में आने संबंधी सवाल पर बाबा रामदेव ने बताया कि शीघ्र ही देश में नए राजनीतिक समीकरण बनेंगे। हालांकि उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से चुनाव लड़ने अथवा पद प्राप्त करने की इच्छा से इंकार किया। बाबा के योग शिविर में काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
0 comments:
Post a Comment