Thursday, December 9, 2010

बाबा के दौरे से राजनीति गरमायी

अररिया, काप्र/मनोज कुमार : स्वाभिमान यात्रा के तहत अररिया पहुंचे बाबा रामदेव ने एक तीर से दो शिकार कर डाले। यूं तो शिवपुरी मैदान में आयोजित योग शिविर में उन्होंने लोगों को योग के जरिये निरोग रहने की कला सिखाई, किंतु शिविर में भ्रष्टाचार के बहाने केन्द्र सरकार पर उन्होंने जो निशाना साधा उसकी गूंज राजनीतिक गलियारी में देर तक गुंजेगी।
बाबा रामदेव के बहुप्रचारित नि:शुल्क योग शिविर में गुरूवार को बड़ी संख्या में लोग उन्हें देखने, सुनने योग उपचार के लिए पहुंचे थे। बाबा रामदेव ने भी उन्हें निराश नहीं किया और हर तबके के लोगों को अलग-अलग व्यायाम की विधि और रोगों का उपचार भी बताया। लेकिन योग के दौरान ही यूएनओ द्वारा आज ही के दिन मनाये जाने वाले विश्व भ्रष्टाचार दिवस के मौके पर उन्होंने करप्शन के साथ-साथ राजनीतिक लुटेरों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज की राजनीति घटिया दौर से गुजर रही है। जनता का पैसा सत्ता के शीर्ष पर बैठे भ्रष्ट राजनेताओं द्वारा लूटा जा रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि आज नेता देश नहीं चला रहे बल्कि खानदानी लुटेरे बन गये हैं। आज तक इशारों में आरोप लगाने वाले बाबा अररिया में खुलकर कांग्रेस व घटक दलों के खिलाफ बोले। 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला हो या फिर 1935 में रिजर्व बैंक द्वारा छापे गये 1 लाख करोड़ के
दस हजारी नोट हो या फिर काला धन। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने ए राजा मामले में विपक्षियों द्वारा संसद ठप किये जाने को भी उचित ठहराया और कहा कि इसके अलावा और कोई रास्ता भी नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपने को निर्दोष मानती है तो फिर जेपीसी बनाने से क्यों हिचक रही है। उन्होंने भारत का काला धन स्विटजरलैंड सहित दूसरे 70 देशों में होने की जानकारी के बावजूद उसकी वापसी के लिए प्रयत्‍‌न नहीं किये जाने के लिए भी केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि जब अन्य देश दूसरे देशों से काला धन वापस लौटा रहे हैं जबकि भारत सरकार पांच वर्षो में संसद से प्रस्ताव भी पारित नहीं करा पाई है। उन्होंने एक कदम आगे जाकर मनमोहन सिंह को ईमानदार किंतु मजबूर प्रधानमंत्री कह डाला। जाहिर है बाबा का कांग्रेस पर सीधा वार निश्चित ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनेगा। वहीं बाबा ने देश को नये राजनीतिक समीकरण बनाये जाने के भी संकेत दिये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नये समीकरण के लिए कुछ पार्टियों से बात हो चुकी है तथा कुछ शामिल किया। जो भी हो बाबा रामदेव ने योग के बहाने भ्रष्टाचार और केन्द्र पर चोट कर राजनीति को गर्म कर दिया है।

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