Monday, April 11, 2011

पुण्यतिथि पर याद किये गये फणीश्वरनाथ रेणु


रेणुग्राम(अररिया) : अमर कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु की 34वीं पुण्यतिथि सोमवार को रेणुगांव सिमराहा में धूमधाम से मनायी गयी। इस मौके पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री दामोदर राउत, अररिया के सांसद प्रदीप सिंह, बिहार विधान मंडल सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री तसलीमुद्दीन,रेणु जी के पुत्र सह फारबिसगंज के विधायक पद्म पराग वेणु, संयोजक केएन विश्वास, जदयू नेता महमूद अशरफ सहित साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों ने रेणु जी के आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित भवन निर्माण मंत्री श्री राउत ने रेणु जी के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए कहा कि रेणु अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलमकार थे। उन्होंने ग्रामीण अंचल का जिस तरह चित्रण किया उसकी पूरी दुनिया में चर्चा है। मंत्री ने नीतीश कुमार के कार्यकाल की जमकर प्रशंसा की तथा कहा कि पहले स्वास्थ्य, शिक्षा सब चौपट था लेकिन एनडीए की सरकार ने सबको पटरी पर ला दिया। आज स्कूल और अस्पताल भवन बन रहे हैं। वहीं समारोह में उपस्थित जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा कि रेणु को याद किये बिना सभ्यता संस्कृति अधूरी है। श्री कुमार ने बिहार पर केंद्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देकर इसके विकास को अवरूद्ध कर रहा है।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री तसलीमुद्दीन व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद प्रदीप सिंह ने भी रेणु जी के व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा की। कार्यक्रम के संयोजक केएन विश्वास ने बिहार सरकार के मंत्री व मुख्य सचेतक के समक्ष कई मांगे रखी। इस अवसर पर जदयू जिलाध्यक्ष नौशाद आलम, युवा जदयु अध्यक्ष रमेश सिंह, किशोर राय, अविनाश, प्रो. रकीब, साहित्यकार भोला पंडित प्रणयी, सुशील श्रीवास्तव, सदानंद सुमन, उमाशंकर अचल, कुलानंद अकेला, चंद्रेश, हरिश्चंद्र सिंह, अवधेश गुप्ता आदि उपस्थित थे। वहीं इससे पूर्व समारोह का उद्घाटन मुख्य सचेतक श्रवण कुमार द्वारा फीता काट कर किया गया। वहीं मौके पर भवन निर्माण मंत्री ने अररिया में रेणु के नाम पर भव्य नगर भवन बनाये जाने की घोषणा की। वहीं सांसद ने अपने निजी कोष से 10 लाख रूपये की रेणु लिखित पुस्तक को स्कूलों, कालेजों में बटवाने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन अवामी शायर हारूण रशीद गाफिल ने किया।

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