जोकीहाट(अररिया) : घपले घोटालों के लिए पूर्व से चर्चित प्रसादपुर पंचायत में फिर घोटाले की आशंका व्यक्त करते हुए ग्रामीणों ने डीडीसी प्रभात कुमार महथा एवं पीओ सुनील कुमार को आवेदन सौंपकर मुखिया सउदा खातुन एवं पीआरएस सुरेश कुमार पर पंचायत मनरेगा की राशिमें गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इस सिलसिले में ग्रामीणों ने जांच कर दोषी लोगो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। सौंपे गए आवेदन के अनुसार पीआरएस एवं मुखिया की मिलीभगत से करीब पांच ऐसे तालाबों एवं पोखरों का फर्जी निर्माण फाइल पर कर दिया गया जो वर्षो पूर्व से निर्मित है। इतना ही नहीं योजनाओं में स्थानीय मजदूरों से काम लिए बगैर जेसीबी से मिट्टी कटाई किया गया। कार्यस्थल पर न तो शिलापट्ट लगाया गया और न ही स्थानीय मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया गया। डीडीसी को सौंपे गए आवेदन में मो सरवर जुबैर, अजमल, रियाज आदि ने लिखा है कि वार्ड नंबर दो में मुश्ताक के जमीन पर कई वर्षो से मिट्टी काटकर ईट भट्ठा में दिया गया उसे भी मनरेगा योजना से पोखर निर्माण कार्य दिखा दिया गया। अन्य कार्यो में पछियारी फूलपुर में मास्टर मोजीब के जमीन पर, वार्ड पांच में मुंशी शकील के जमीन पर, वार्ड 9 में नसीम के जमीन पर पोखर निर्माण जैसे कई कार्यो के बदले खानापूर्ति कर ली गई है। ज्ञात हो की इससे पूर्व भी मनरेगा घोटाले में सोलह लाख से अधिक की गड़बड़ी का मामला न्यायालय में लंबित है। पूर्व मुखिया मुर्शिदा खातून के पुत्र आफताब आलम अभी भी जेल में बंद है। फिलहाल इस मामले में अब तक जांच नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। उधर पीओ सुनील कुमार ने बताया कि पीआरएस छुट्टी पर हैं कार्य से संबंधित सभी अभिलेख उन्हीं के पास है। पीआरएस के लौटने पर जांच किया जाएगा।
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