Wednesday, November 2, 2011

लोगों की रक्षा करने वाले स्वयं असुरक्षित


कुर्साकांटा (अररिया) : अजीब विडंबना है कि जिन कंधों पर लाखों की सुरक्षा की गारंटी है वे ही असुरक्षित हैं। कुआड़ी ओपी में भवन के अभाव में पुलिस जवानों की जिंदगी खुद दांव पर लगी है।
प्रखंड से लगती भारत नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित कुआड़ी ओपी आज भी ब्रिटिश काल में बने जर्जर भवन में कार्यरत है। माओवादी प्रभावित देश नेपाल की सीमा पर नक्सलियों की सक्रियता के बावजूद कुआड़ी ओपी में न तो जवानों को रहने का सुरक्षित ठिकाना है और नही उनके असलहे ही सुरक्षित हैं। ओपी का मुख्य भवन इतना जर्जर है कि वह कभी भी ध्वस्त हो सकता है। बरसात में कमरे के अंदर भी वर्षा होती है। सांप, बिच्छु रात के अंधेरे में क्या, दिन के उजाले में भी दर्शन दिया करते हैं। ओपी अध्यक्ष एक छोटी छावनी बनाकर रहे रहे हैं।

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