Friday, November 4, 2011

डीआरडीए कर्मियों को दो माह से नहीं मिला वेतन


अररिया : अररिया में पूर्णकालिक डीडीसी नहीं होने के कारण न केवल विकास योजनाएं ठप पड़ी हैं, बल्कि दर्जनों सरकारी कर्मियों को अगस्त के बाद से वेतन नहीं मिल रहा है। इस बात की पुष्टि डीआरडीए निदेशक जफर रकीब ने भी की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला ग्रामीण विकास अभिकरण व डिस्ट्रिक्ट बोर्ड आदि संगठनों के कर्मियों के लिए डीडीसी ही निकासी व व्ययन पदाधिकारी होते हैं। अररिया में तकरीबन विगत एक साल से पूर्णकालिक डीडीसी नहीं हैं। जिस कारण मार्च से ही डीआरडीए व जिप कर्मियों का वेतन बंद रहा। इस बीच दो माह के लिए शशिभूषण कुमार डीडीसी के रूप में आए तो अगस्त तक का वेतन मिला। उसके बाद से डायरेक्टर सहित सबका वेतन बंद है। इसमें जिला परिषद के सारे कर्मी, नरेगा पीओ, पंरोसे, डीआरडीए स्टाफ आदि शामिल हैं।
विदित हो कि हिंदू व मुस्लिम दोनों ही समुदायों के तमाम महत्वपूर्ण पर्व त्यौहार भी इसी बीच पड़े हैं। वेतन के अभाव में क्या कठिनाई हो रही होगी, इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं।
इधर, इस संबंध में पूछे जाने पर डीआरडीए निदेशक जफर रकीब ने जानकारी की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें डीडीसी के रूप में रूटीन कार्यो को पूरा करने की जिम्मेदारी है, पर वित्तीय अधिकार नहीं हैं। इससे वेतन व विकास संबंधी सारी आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं।

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