बसैटी (अररिया) : रानीगंज प्रखंड के मझुआ पूरब पंचायत में मुर्दे भी इंदिरा आवास की राशि उठा रहे हैं। यहां सात वर्ष पूर्व स्वर्ग सिधार चुके लोगों के नाम पर भी इंदिरा आवास की राशि बिचौलियों व बैंकर्मियों की मिलीभगत से उठा ली गयी है। मामले को लेकर बीडीओ ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषी पर कार्रवाई होगी।
प्रखंड के मझुआ पूरब पंचायत में इंदिरा आवास के नाम पर बिचौलियों ने जमकर चांदी काटी है। स्व. बाबू लाल हांसदा की पत्नी तालामय देवी का आरोप है कि उनके पति 7-8 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो गये हैं परंतु उनके पति बाबू लाल हांसदा पिता दशरथ हांसदा जिसका केकेजीबी काला बलवा बैंक में खाता 5716 से इंदिरा आवास की 24 हजार की राशि तीन वर्ष पूर्व उठाव कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें बीते गुरुवार एसपी के जनता दरबार में भी आवेदन दिया गया है। ऐसा ही कुछ आरोप ठाकुर मरण्डी पिता वास्ता मरण्डी जिसका चयनित सूची में क्रमांक स. 218 एवं बीपीएल नं. 50099 एवं घुघरी देवी पति विद्यानंद रजवार खाता काला बलवा बैंक खाता नं. 6123 एवं बसंती देवी आदि का आरोप है कि तीन वर्ष पूर्व बैंक कर्मी व बिचौलियों की मिली भगत से रुपये निकासी कर ली गयी। ग्रामीणों की मानें तो सीता देवी पति रमेश पासवान काला बलवा केकेजीबी बैंक में खाता सं. 5733 है। सीता देवी नौ वर्ष पूर्व से अपने पति के साथ पंजाब में रह रही है। बिचौलियों व बैंक कर्मी के मिलीभगत से तीन वर्ष पूर्व राशि का निकासी हो चुकी है। वहीं बीते गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में पिंकी देवी ने लिखित आवेदन देकर कहा कि प्रखंड कार्यालय से इंदिरा आवास का पासबुक तो मिला है परंतु पासबुक में राशि अंकित नहीं है। जबकि महाबीर मेहता एवं पूनम देवी का आरोप था कि 6 माह पूर्व से 6 सौ से अधिक लोगों का एडवाइस बैंक में पड़ा है। बिचौलियों के माध्यम राशि का निकासी होती है वे छह माह से पासबुक के लिये प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं परंतु उन्हें पासबुक नहीं मिला। ग्रामीण का आरोप है कि जो बिचौलियों से सांठ-गांठ रखते हैं उन्हें एक छोड़ कई बार इंदिरा आवास का रकम प्राप्त होता है। जैसे बीमा देवी पति भीम यादव को 2011 में काला बलवा बैंक से खाता 7156 से तथा कुछ दिन पहले उसी बैंक से खाता सं. 1415 से दोबारा इंदिरा आवास का राशि मिली है। इसी गांव के ननकू मंडल पहला खाता सं. 6954 तथा दूसरा खाता सं. 4443 से एवं ठाकुर यादव को भी दोबारा इंदिरा आवास का लाभ मिला। ग्रामीणों का कहना है कि बिचौलिये दबंग व बहुबली हैं जिसका साठ-गांठ प्रखंड कर्मी व बैंक कर्मी व पंचायत कर्मी से है। जो लाभुक उनके प्रलोभन में आ जाते हैं उसका आसानी से भुगतान हो जाता है। जिसका जीता जागता उदाहरण यह है कि 6 माह पूर्व एक साथ 6 सौ से अधिक लाभुकों का एडवाइस काला बलवा बैंक गया था। जिसमें बिचौलिये व बैंक कर्मी के मिलीभगत से बगैर पासबुक वितरण हुए 102 लोगों का बगैर पर्वेक्षक के ही भुगतान कर दिया गया।
क्या कहते हैं पदाधिकारी:
इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन ऋषिदेव ने बताया कि इसकी जांच वे स्वयं करेंगे। जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करेंगे। चाहे दोषी जो भी हो। उन्होंने कहा कि भुगतान में गड़बड़ी मिलने की शिकायत पर भुगतान में रोक लगा दिया गया है। बचे लोगों को शीघ्र पासबुक वितरण कर दिया जायेगा। पंचायत सचिव सुमन झा ने कहा कि इससे पदाधिकारी को अवगत करायेंगे। उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास के चयन के समय लाभुकों से शपथ पत्र लिया जाता है जिसमें यह अंकित होता है कि वो पूर्व में इंदिरा आवास भी लाभ नहीं उठाये हैं।
0 comments:
Post a Comment