Sunday, December 5, 2010

किसान ऊंचे दामों पर उर्वरक खरीद को विवश

अररिया, निज प्रतिनिधि: जिले में चालू रबी फसलों की बुआई पीक पर चल रही है। इधर किसान असली नकली खाद बीजों से अनभिज्ञ ऊंची कीमतों पर उर्वरक खरीदने को विवश है। जिला कृषि पदाधिकारी का मानना है कि जिले में मांग के अनुरूप उर्वरकों की आपूर्ति कम ही नहीं बल्कि ससमय उपलब्धता भी नहीं हो पाती। फलस्वरूप किसानों के बीच त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। एक ओर सरकार उन्नत खेती को बढ़ावा देने को ले किसानों को ससमय बुआई करने के लिए प्रचार प्रसार व शिविर आयोजित कर रही है। वहीं दूसरी ओर संबंधित विभाग का आलम यह है कि आवश्यकता से कम ही नहीं बल्कि विलंब से आपूर्ति होने पर किसान दोहरी मार झेलने को अभिशप्त है। बाजारों में विक्रेताओं द्वारा कृत्रिम अभाव दिखाकर किसानों से अनाप शनाप दाम वसूल रहे है। बताया जाता है कि बिना अनुज्ञप्ति के भी दुकानदार खाद बीज को धड़ल्ले पूर्वक बेच रहे है। मांगे जाने के बावजूद किसानों को कैशमेमो भी नहीं दिया जाता। इन फर्जी विक्रेताओं के ऊपर निर्भर रहना कृषकों की विवशता बनी हुई है। कालाबाजारी चरम पर है। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कृषि पदाधिकारी वैद्यनाथ यादव मांग के अनुसार उर्वरकों की कम हो रही आपूर्ति को स्वीकारते है तथा उर्वरकों के आगत के लिए रैक लगने में हो रही विलंब का ठीकरा भारत सरकार के रेल परिवहन के ऊपर फोड़ते है। हालांकि उन्होंने इस कमी को दूर करने के लिए विभागीय पत्राचार व पहल किये जाने की भी बातें कही। डीएओ श्री यादव ने फर्जी दुकानदारों पर नकेल कसने व कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए शीघ्र ही ठोस उपायों को कार्यरूप देने की बातें बताई।

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