जोगबनी (अररिया) : दलों के बीच आपसी सामंजस्य की कमी के कारण संविधान निर्माण का कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। एक-दूसरे पर विश्वास करते हुए देश को आगे बढ़ेना है। उपरोक्त बातें मधेशी जन अधिकार फोरम सह नेपाल के सभासद (सांसद) जयराम यादव ने रविवार को भेड़ियारी विद्यालय प्रांगण में राजा विराट के प्राचीन दरबार संरक्षण संघर्ष समिति द्वारा आयोजित आम सभा में कही। उन्होंने कहा कि भारत के सहयोग के कारण ही आज तक पहाड़ी क्षेत्र का विकास होता रहा है। उन्होंने राजा विराट के प्राचीन स्थल को नेपाल का धरोहर बताते हुए उसके संरक्षण व सीमाकंन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस स्थल को केन्द्रीय योजना में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि राजा विराट के नाम पर 2 लाख रुपये स्वीकृत भी हो चुके हैं। सभी दलों की मंशा है कि राजा विराट के प्राचीन स्थल से हटकर ड्राइपोर्ट निर्माण हो इसके लिए जो सहयोग करना होगा करेंगे। इस मौके पर नेपाली कांग्रेस के मोरंग जिला अध्यक्ष अमृत आर्याल ने कहा कि स्व. गिरजा बाबू की स्वीकृति मिलने के बावजूद अब तक सीमांकन नहीं हो पाया। इसके लिए जागरूकता आवश्यक है तभी प्राचीन धरोहर पर्यटन का रूप ले सकेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिनारायण यादव ने किया जबकि मंच का संचालन वीरेन्द्र मंडल ने किया। इस मौके पर जीवन धिमिरे, शिवानन्द सरबरिया, योगेन्द्र मल्लाह, तारा चन्द्र यादव, मृत्युंजय झा, मंत लाल यादव, योगेन्द्र यादव, मुस्लिम मियां, दिनेश यादव, कांग्रेस राजवंशी आदि ने भी विचार व्यक्त किये।
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