अररिया : बिहार सरकार से युवाओं को बहुत सारी आकांक्षाएं हैं। बहुत हद तक सरकार इसमें सफल भी हो रही है। अररिया के महिषाकोल गांव के 17 वर्षीय आकिब जावेद जिसने रहमानी थर्टी से कोचिंग कर आइआइटी में सफलता पाई है। उनका कहना है कि बिहार में शिक्षा का स्तर बढ़ा है। प्रतियोगिता के लिए बेहतर माहौल बने है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के निर्धन मेधावी छात्रों को आज भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पूंजीपति और बड़े बड़े पदाधिकारी व पैसे वालों के बच्चे बाहर में अधिक पैसा खर्च कर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन गांव के मेधावी छात्र सुविधा के अभाव में बेहतर नहीं कर पाते है। श्री आकिब जावेद ने सुझाव दिया कि सरकारी विद्यालय जहां गरीब व किसान के बच्चे पढ़ते हैं उसमें गुणवत्ता लाई जाए। उन्होंनें कहा कि सरकारी विद्यालय में योग्य शिक्षक की नियुक्ति की जाए। टॉपर छात्रों से सुझाव एवं उनके अनुभव से लाभ उठाने की बात नीतीश सरकार करती है। जिससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी छात्रों को सकारात्मक सहयोग मिल पाएगा। सरकार का यह कदम सराहनीय है। श्री आकिब जावेद ने जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया से मैट्रिक तथा मदर एकेडमी पटना से आइएससी की पढ़ाई की।
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