अररिया : आपको विश्वास हो या न हो, लेकिन यह सच है। डेहटी उच्च विद्यालय की एक छात्रा सुमैला खुर्शीद ने इस बार की मैट्रिक परीक्षा में बिना परीक्षा दिए संस्कृत में 76 अंक प्राप्त कर लिए। इसे क्या कहें? बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड का कमाल या फिर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़? छात्रा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होकर भी अपने परिणाम से काफी चिंतित है। छात्रा एवं उनके अभिभावक मो खुर्शीद ने बताया कि वह उर्दू विषय से परीक्षा दी थी। लेकिन इंटरनेट से निकले अंक पत्र में उर्दू की जगह संस्कृत विषय अंकित है। छात्रा सुमैला ने बताया कि उसने संस्कृत विषय से न तो परीक्षा दी थी और न ही इस भाषा की उसे कोई जानकारी है। उसने बताया कि गणित की परीक्षा सबसे अच्छी गई थी, लेकिन उन्हे इस विषय में सबसे कम अंक मिला। इधर छात्रा के पिता मो खुर्शीद काफी चिंतित हैं। उन्हे डर है कि यदि बोर्ड ने उनकी शिकायत नहीं सुनी तो बेटी का क्या भविष्य होगा।
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