अररिया : आसीडीएस व बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति जिले में अच्छी नहीं है। टीएचआर वितरण में भी अनियमितता किसी से छिपी नहीं है। इतना ही नहीं केन्द्रों पर सेविका-सहायिका के बीच हिस्सेदारी को लेकर अक्सर विवाद भी सामने आते रहे हैं।
जिले के नौ प्रखंड व तीन शहरी क्षेत्रों में कुल 2125 आंगनबाड़ी केन्द्र चल रहे हैं। जिसके नाम पर करोड़ों की राशि खर्च हो रही है। वर्तमान में जिले में एक दिलचस्प मामला यह है कि अधिकांश आंगनबाड़ी केन्द्र सेविका-सहायिका के निजी जमीन या अपने-अपने घर पर संचालित किया जा रहा है। यह पूरे जिले की स्थिति है परंतु इसमें अररिया प्रखंड व शहरी क्षेत्र तथा जोकीहाट अव्वल माना जाता है। जहां ग्रामीण इलाकों में संचालित केन्द्र का बोर्ड या तो सेविका के घर पर टंगा मिलेगा या फिर सहायिका के घर पर।
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