Saturday, May 28, 2011

तालीम के बिना इंसान की जिंदगी अधूरी : मौलाना कबीर


अररिया : तालीम के बिना इंसानी जिंदगी अधूरी है। तालीम इंसान को अंधेरे से रोशनी की तरफ लाती है। ये बाते मंगलवार की रात मदरसा नुरूल मारिफ दियागंज अररिया में आयोजित एक दिवसीय मोसाबका कुरआन करीम प्रोग्राम के मौके पर तंजीमे फलाहे मिल्लत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कबीर उद्दीन फारान ने कही। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न मस्जिदों के इमाम हजरात के अलावा नामी-गरामी उलमा हजरात मौजूद थे। इस मौके पर श्री फारान ने कहा कि तजवीद की तालीम की अहमियत अब अवाम महसूस करने लगे हैं। अब उलमा हजरात को चाहिए कि तजवीद की तालीम जो फर्ज है उसे आम करें। इसकी बढ़ती हुई बेरूगबती से कुरआन की तालीम की फजीलत से आवाम को वाकिफ कराएं। इस मौके पर दारूल उलूम अररिया बैरगाछी के नाजिम मौलाना नबी हसन ने कहा कि आज मदरसा की अहमियत, जवाबदेही और जरूरत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। इसलिए जरूरत है कि मस्जिदों के इमाम, मदरसा के शिक्षक एवं उलमा हजरात इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दें। इस मौके पर मदरसों के बच्चों द्वारा मुकाबलाती प्रोग्राम भी पेश किए गए। मदरसा के शिक्षक मौलाना जुबैर अहमद, प्रो. इरफान अहमद, मौलाना अरिफुल रहमान, मौलाना अब्दुल वहाब मोजाहीरी वगैरह ने भी अपनी तकरीर पेश की।

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