Monday, May 9, 2011

बिजली के बहाने पंचायत चुनावों में हस्तक्षेप


फारबिसगंज(अररिया) : ग्रामीण विद्युतीकरण का काम कर रहे पावर ग्रिड कारपोरेशन के ठेकेदार एसपीएमएल का इस्तेमाल इन दिनों पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों द्वारा क्षेत्र में जम कर किया जा रहा है। यह बात अलग है कि इससे आचार संहिता का जम कर उल्लंघन हो रहा है।
पंचायत चुनाव के दौरान एसपीएमएल द्वारा अनुमंडल के विभिन्न पंचायतों में विद्युत ट्रांसफार्मर, बिजली के तार तथा अन्य उपकरण की आपूर्ति लगातार की जा रही है। इस प्रकार की आपूर्ति पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों की मांग पर मनचाहे गांवों में की जा रही है। जिस कारण प्रत्याशियों के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए बिजली उपलब्ध करा देने के नाम पर प्रतिस्पर्धा बनी हुई है।
वहीं, एसपीएमएल के अधिकारी व कर्मचारी ट्रांसफार्मर तथा अन्य सामानों की आपूर्ति मनचाहे टोलों में कर तनाव वाली स्थिति को हवा दे रहे हैं। इससे गांवों में कभी भी विस्फोटक स्थिति बन सकती है।
इधर बीएसईबी के कार्यपालक विद्युत अभियंता सीताराम सिंह ने भी माना कि गांवों में प्रत्याशियों द्वारा एसपीएमएल से विद्युत सामग्री मनचाहे जगहों पर लगवाये जाने की सूचना लगातार मिल रही है। इधर पावर ग्रिड के एई सोहन प्रसाद ने कहा कि वे इस मामले को देखेंगे तथा समुचित कार्रवाई की जायेगी। गुरूवार को भी फारबिसगंज के पुराना इंडियन आयल के समीप स्थिति एसपीएमएल के स्टोर से विद्युत सामग्री ग्रामीण क्षेत्र के लिए आपूर्ति की गयी। सूचना मिलने पर मीडिया कर्मियों के स्टोर के सामने पहुंचते ही एसपीएमएल के गोदाम इंचार्ज श्याम किशोर प्रसाद एक अन्य कर्मी एके शर्मा व अन्य भाग खड़े हुए। जबकि कासिम नामक एक अन्य व्यक्ति बिजली के तार को बिना नंबर वाले ट्रैक्टर पर लाद कर चलते बने।
स्टोर में रखे एक कागजात के अनुसार उक्त सामग्री को फारबिसगंज प्रखंड के दामादिघी गांव ले जाया गया जहां एक प्रत्याशी समर्थकों की बस्ती में उसका उपयोग होने की बात बतायी गयी। बताया जाता है कि आचार संहिता के दौरान इस तरह की आपूर्ति के एवज में एसपीएमएल के कर्मचारियों द्वारा प्रत्याशियों से मोटी रकम वसूली जा रही है। जबकि प्रत्याशियों द्वारा ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का इस्तेमाल वोटरों को रिझाने के लिए किया जा रहा है। इस संबंध में एसपीएमएल के अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया।

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