Sunday, May 8, 2011

आपदा अनाज गबन का मामला फिर चर्चा में


भरगामा (अररिया), जासं: भरगामा प्रखंड में आपदा मद में आवंटित ग्यारह सौ क्विंटल अनाज के गबन का मामला एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है। इधर गबन मामले को लेकर प्रखंड के विभिन्न राजनीतिक दल के लोगों ने भी अनाज की खोजबीन किये जाने की मांग अंचलाधिकारी व संबंधित अधिकारियों से की है, साथ ही मुद्दे के प्रति उदासीन बने रहने की स्थिति के विरोध में निकट भविष्य में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
उल्लेखनीय है कि कोसी की विगत प्रलयंकारी बाढ़ के वक्त आपदा राहत के रूप में अनाज की एक बड़ी खेप भरगामा भेजी गई। अनाज वितरण के बाद भी कम से कम ग्यारह सौ क्विंटल से अधिक अनाज प्रखंड प्रशासन के पास शेष बचा, जिसे गोदाम के अभाव में प्रखंड के पास शेष बचा, जिसे गोदाम के अभाव में प्रखंड के तीन अलग-अलग जविप्र के दुकानदार बेचन चौधरी, नवीन चौधरी व भूमि पासवान को सुरक्षित रखने हेतु सौंप दिया गया। यहां उक्त लोगों के के मुताबिक अनाज प्रखंड को भौगोलिक रूप से तीन हिस्से में बांटते हुए संबंधित क्षेत्र में तीन डीलरों को दिया जाना था, जो अपरिहार्य कारणों से संभव नही हो पाया। सबसे खास बात तो यह है कि अनाज डीलरों को सौंपने में भी प्रखंड प्रशासन द्वारा वैसे जनप्रतिनिधियों को गवाह बनाया गया जो या तो भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा से चर्चा में रहे या फिर जिनपर गबन से संबंधित कई मामले में संबद्ध होने का आरोप रहा। अंचलाधिकारी मणिमाला ने मामले को पूर्व अंचलाधिकारी से जोड़ते हुए इस संबंध में आवश्यक छानबीन के साथ सिरे से निरीक्षण करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि अनाज गबन का मामला अगर जांच में सामने आता है तो दोषी व्यक्ति के विरुद्ध न्याय सम्मत कठोर कार्रवाई की जायेगी।

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