जोकीहाट (अररिया) : मासूम व छोटे-छोटे बच्चों को जब होटलों, चाय की दुकानों, जूता सिलाई जैसे काम करते देखा जाए तो भला क्यों न लोगों का दिल दहल जाए। मगर कुछ ऐसे भी मां-बाप हैं जो जन्म देकर बच्चों से भावनात्मक नाता तोड़कर सिर्फ स्वार्थपरक निगाहों से बच्चों को देखते है। ऐसे बाल श्रमिक बच्चों की संख्या लगातार जोकीहाट बाजार, हड़वा चौक, भेमड़ा चौक, बगडहरा हाट, उदा हाट, चरघटिया चौक के दुकानों, होटलों में देखने को मिल जाएंगे। इस संबंध में कई होटल मालिकों से पूछने पर बताया कि मजदूरों को पलायन दिल्ली, पंजाब हो गया है। जो मजदूर घर में हैं वे काफी मजदूरी मांगते हैं, क्या करें? मजबूरी में बच्चों से काम लेना पड़ता है। उधर बढ़ते बाल श्रमिक के सिलसिले में पूछे जाने पर बीडीओ मो. सिकन्दर ने बताया कि जल्द ही प्रखंड के सभी होटलों, चाय की दुकानों को चिन्हित कर बालश्रम कराने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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