अररिया : क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, पूर्णिया द्वारा हटाये गये कर्मी मो. शौकत आलम को बिना आदेश प्राप्त कर प्रतिनियुक्ति करने का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था कि डीईओ कार्यालय की एक और अजीबोगरीब कार्रवाई सामने आयी है। जिला परिषद माध्यमिक शिक्षक नियोजन समिति के निर्णय के आलोक में कार्रवाई करते हुए अध्यक्ष की भूमिका निभाते हुए डीईओ ने समिति के निर्णय के विरुद्ध एक आदेश जारी कर दिया। हालांकि आरडीडीई पूर्णिया ने उस आदेश को रद्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार नियोजन समिति ने प्रथम चरण शिक्षक नियोजन में नियोजित चार हाई स्कूल शिक्षकों को बर्खास्त करने का निर्णय 25 अगस्त 10 को लिया था। जिसमें दरबारी राय उवि महथावा के सगमलाल रजक, रामानुग्रह के नंदकिशोर राम तथा उवि जोकीहाट के विश्वनाथ पासवान के नाम शामिल है। इसके पूर्व गत सात जून 10 को इनके विरुद्ध आपत्ति प्राप्त हुई थी।
नियोजन समिति के द्वारा लिये गये निर्णय पर जिला शिक्षा अधिकारी दिलीप कुमार ने पूरे सात माह बाद अमल किया। इस दौरान इन शिक्षकों को वेतन मिलता रहा। दिलचस्प बात यह है कि डीईओ श्री कुमार ने 15 मार्च 11 को आदेश जारी कर उक्त चारों शिक्षक के नियोजन को समिति के निर्णय के आलोक में रद तो कर दिया। लेकिन पुन: दो-तीन दिन बाद ही एक नया आदेश जारी कर सगमलाल रजक को बहाल कर दिया, जो नियोजन समिति नियमों की अनदेखी है। परंतु पूर्णिया आरडीडीई ने डीईओ के इस आदेश को निरस्त करते हुए सगमलाल रजक का नियोजन पुन: रद कर दिया।
डीईओ श्री कुमार के इस मनमर्जी आदेश जारी करने का मामला काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में डीईओ श्री कुमार ने यह माना है कि नियोजन समिति के द्वारा रद नियोजन को कोई बहाल नहीं कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही मैने आदेश जारी किया था, परंतु आरडीडीई द्वारा उसे रद कर दिया गया है।
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