Thursday, December 2, 2010

महिला मजदूरों ने संभाली धन कटनी की कमान

बसैटी(अररिया),संसू: रानीगंज प्रखंड में धान की कटाई का बीड़ा महिला मजदूरों ने उठा रखा है। पुरूष मजदूरों के अन्य राज्यों में मजदूरी के लिए निकल जाने के कारण महिला मजदूर ही धान की कटनी का कमान संभाली हुई है। वहीं किसान धान की कटाई में मजदूरों की समस्या से जूझ रहे हैं। बसैटी, पचीरा, मोहनी सहित अन्य पंचायतों में धान पक कर तैयार हैं, लेकिन उन्हें काटने के लिये पुरुष मजदूर नहीं मिल रहे। इन स्थानों में अब महिला मजदूर ही धान कटाई में लग रही हैं।
इस संबंध में पूछने पर पूछने पर महिला मजदूर रूबेदा, समसून खातून, निरो देवी आदि ने बताया कि भैया धान नै काटवे तै बाल बच्चा सब कि खैते। बताती है कि इस महंगाई के दौड़ में पति, बेटा द्वारा दिल्ली, पंजाब आदि स्थानों से भेजे गये रूपये से घर का खर्चा, बीमारी, बच्चे की पढ़ाई आदि का खर्चा पूरा होता है। अघन माह में धान काट कर कुछ चावल इकट्ठा कर लेते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जॉब कार्ड तो घर का शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है। पति घर में बेकार बैठे थे। गांव में काम नहीं मिलता था। फिर बूढ़ी मां का इलाज कराना था। बहन की शादी करनी थी। जिसके कारण उनके पति व बेटा दिल्ली कमाने गये हैं। वहीं पूर्व मुखिया नंद मोहन झा बताते हैं कि पुरूष मजदूरों के पलायन करने के कारण किसानों को मजदूरों की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

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