फारबिसगंज(अररिया),जासं: हिंदी के प्रख्यात कवि और साहित्यकार डा. हरिवंश राय बच्चन की जयंती के मौके पर आयोजित दो दिवसीय समारोह का समापन रविवार की संध्या एक सेमिनार आयोजन के साथ हुआ। द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय परिसर में डा. विद्यानारायण ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार का विषय बाल साहित्य में पत्र पत्रिकाओं का योगदान।
सेमिनार का शुभारंभ स्कूली बच्चों द्वारा गीतों के माध्यम से भारत माता के नमन के साथ किया गया। कर्नल अजीत दत्त ने बताया कि आज पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से बच्चों के लिए कहानी, कविता आदि की रचना की जा रही है। लेकिन पूर्व में जब लेखन और मुद्रण की सुविधा नहीं थी तब इन्हें कंठस्थ कराकर ही एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को पाठ दिया जाता था। वहीं डा. ठाकुर ने कहा कि हिंदी में बच्चों की पहली पत्रिका बाल दर्पण सन् 1882 में भारतेंदु हरिश्चंद्र के प्रयासों से प्रकाशित हुआ था। जबकि हेमंत यादव शशि, विनोद कुमार तिवारी आदि ने कहा कि चंदा मामा, पराग, लोटपोट, बालहंस, बाल भारती, चंपक आदि बच्चों के लिए पठनीय पत्रिकाएं है। उन्होंने इन पत्रिकाओं पर विस्तृत चर्चा भी किया। वहीं श्री शशि द्वारा उपस्थित बच्चों को पत्रिका, कापी, पेंसिल, कलम, टॉफी उपहार स्वरूप दी गयी। इस अवसर पर राजनारायण प्रसाद, भुवनेश्वर दास, मायानंद, करूणेश झा, केएन राय, श्रीवास सिंह, विनोद दास, जगत नारायण, जयकांत झा आदि उपस्थित थे।
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