अररिया, संसू : मनरेगा क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा घालमेल करने वाले को बख्शा नहीं जायेगा। घालमेल करने व लापरवाही बरतने के आरोप में डीएम एम. सरवणन ने सोमवार को पलासी प्रखंड के मनरेगा पीओ को नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। डीएम सोमवार को समाहरणालय सभा कक्ष में मनरेगा योजना की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि पलासी प्रखंड में मनरेगा की सही रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गयी है। वहीं पलासी में पहले के प्रतिवेदन का डाटा इंट्री भी नहीं किया गया था। डीएम ने इसके लिए कार्यक्रम पदाधिकारी अनिल कुमार दास को दोषी पाते हुए बैठक के दौरान ही नगर थाना पुलिस को बुलाकर उन्हें हवाले कर दिया। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ के बाद श्री दास को छोड़ दिया गया। डीएम के कड़े तेवर देखकर थोड़ी देर के लिए सभी हतप्रभ रह गये। किंतु थोड़ी देर बाद बैठक पुन: आरंभ हुई और योजनाओं पर चर्चा हुई।
डीएम ने कहा कि अगर मनरंगा पीओ, जेई, पीटीए व पीआरएस की लापरवाही जारी रही तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने को मजबूर हो जायेगा। उन्होंने जोकीहाट व रानीगंज पीओ को भी चेतावनी दी तथा कार्यशैली सुधारने को कहा।
बैठक में एमआईएम इंट्री, जॉब कार्ड इंट्री के लिए पीओ को डाटा उपलब्ध कराने एवं इंट्री करने वाले एजेंसी को तेजी लाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान यह भी समाने आया कि मास्टर रौल में अंकित मजदूरों के नाम जॉब कार्ड से नहीं मिल रहे हैं। इस पर डीएम ने कहा कि 01 दिसंबर को हर हाल में शत प्रतिशत डाटा लेकर उपस्थित रहे तथा कोताही बरतने वाले पीआरएस को हटाने का प्रस्ताव दें। अन्यथा अपने ऊपर भी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। इस मौके पर उप विकास आयुक्त उदय कुमार सिंह, एनईपी निदेशक विजय कुमार, डीआरडीए मनरेगा के परियोजना अर्थशास्त्री मनोज कुमार, लेखा पदाधिकारी मुकेश कुमार समेत तमाम पीटीए, जेई आदि उपस्थित थे।
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