Tuesday, March 6, 2012

स्वतंत्रता सेनानियों के गांव को सड़क तक मयस्सर नहीं


भरगामा (अररिया) : सूबे के चहुंमुखी विकास के इस दौड़ में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों के गांव के नाम से चर्चित प्रखंड के गांधीनगर गांव का पहुंच पथ आज भी जर्जर अवस्था में ही है। उबड़-खाबड़ कहीं घुटने तो कही कमर तक के गड्ढे आज भी मानों गांव की खास पहचान सी बनी हुई है।
ऐसा नहीं है कि सड़क निर्माण या मरम्मत को लेकर प्रखंड प्रशासन या अन्य माध्यमों से प्रयास नही किया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्ष 98 में लाखों की राशि अभिकर्ता द्वारा निकासी भी कर ली गई, जबकि वर्षो बाद भी कार्य प्रारंभ नही किया जा सका है। कार्यक्रम पदाधिकारी भरगामा रामगंगा बताते हैं कि अभिकर्ता से कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने की स्थिति में उठाव की गई राशि की रीकवरी कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि स्व. गरीब दास, तनुकलाल दास, अनुराग दास, राधो दास जैसे कई वीर सपूत (स्वतंत्रता सेनानियों) का यह गांव आजादी की लड़ाई में भी मजबूत गढ़ के रूप में जाना जाता था। लेकिन विडंबना है कि लोगों की लगातार मांग के बाद भी प्रखंड में महज तीन किमी की दूरी पर अवस्थित इस गांव के सड़क का जीर्णोद्धार आज तक संभव नही हो पाया।

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