नरपतगंज (अररिया) : सरकार द्वारा चलायी जा रही मनरेगा योजना में अनियमितता की पोल परत दर परत खुलने लगी है। यह योजना नरपतगंज प्रखंड में लूट खसोट योजना बनकर रह गई। अनियमितता को लेकर ही प्रखंड के दरगाहीगंज पंचायत में फर्जी निकासी के आरोप में 24 फरवरी को प्रखंड मुख्यालय में जाब कार्डधारियों द्वारा हंगामा किया गया। जब कार्ड धारियों का आरोप था कि पंचायत रोजगार सेवक, मुखिया, पीओ एवं पोस्टमास्टर की मिलीभगत से उन लोगों की मजदूरी की राशि फर्जी हस्ताक्षर कर निकाल ली गयी है। जहां मौके पर पहुंच कर एसपी शिवदीप लांडे ने जाब कार्डधारियों की आपबीती सुनकर थानाध्यक्ष को निर्देश देते हुए पंचायत रोजगार सेवक प्रकाश मंडल समेत पीओ रविन्द्र तांती, मुखिया रवि लाल ऋषिदेव एवं पोस्टमास्टर के विरुद्ध नरपतगंज थाना में मामला दर्ज कराया था।
वहीं मधुरा पश्चिम पंचायत में भी इस प्रकार के मामला सामने आया है। बता दें कि इस पंचायत में भी करीब 200 मजदूरों का फर्जी हस्ताक्षर कर रुपया निकासी की गई थी। जिस गबन के मामले में सैकड़ों मजदूरों ने श्रम परिवर्तन पदाधिकारी नरपतगंज एवं श्रम निरीक्षक के पास न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1984 के तहत मामला दर्ज करवाया था। इधर श्रम पदाधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट डाक अधीक्षक पूर्णिया को भी भेजी है। जिसके बाद डाक विभाग के अधिकारियों ने पंचायत आकर मजदूरों से पूछताछ किया। जांच के दौरान 200 में 68 मजदूरों से पूछताछ की गई जिसमें 68 मजदूर की मजदूरी की फर्जी निकासी सामने आयी, जिस आरोप में 15 दिन पूर्व पोस्टमास्टर सत्य नारायण राय को बर्खास्त कर दिया है। जांच के आधार पर गुरुवार को श्रम परिवर्तन पदाधिकारी फारबिसगंज अनुमंडल दंडाधिकारी के न्यायालय में पंचायत रोजगार सेवक अजय कुमार, मुखिया राज कुमार पासवान, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रावेन्द्र तांती एवं डाकपाल सत्य ना. राय के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। इस प्रकार का आरोप ओर भी पंचायत में हैं।
जिससे फर्जी निकासी से साफ स्पष्ट होता है कि मनरेगा योजना लूट खसोट की योजना है।
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