Thursday, March 8, 2012

फिजूल खर्ची से बचें, शिक्षा पर दें ध्यान

अररिया : इसलाहे मआशरा को लेकर बुधवार को अररिया प्रखंड स्थित जामिया सिद्दीकिया मस्जिद, माणिकपुर में एक दिवसीय जलसा का आयोजन किया गया। जिसमें उलेमाओं ने इसलाहे मआशरा पर विस्तार से रोशनी डाली। मौके पर मौलाना नबी हसन एवं मुंफित अलीमुद्दीन ने अपनी तकरीर में कहा कि आज समाज में बुराईयां सरेआम है। झूठ, गीबत, शिकायत, एक दूसरे का हक मारना, दहेज, महिला प्रताड़ना सरेआम हो रही है। जिससे समाज में बिगाड़ पैदा हो रहा है। दहेज के कारण हमारी बच्चियों को शादी नहीं हो पा रही है। फिजूल खर्ची में लाखों रूपये खर्च कर दिए जाते हैं लेकिन अपने बच्चों को नही पढ़ाते हैं। आज समाज में उसी का बोलबाला है जो दलाली एवं बिचौलियागिरी करते हैं। इस मौके पर मेरठ से तशरीफ लाए मौलाना शाहील जमाल, चतुर्वेदी, मौलाना शाहनवाज आलम, मौलाना अयाज, मौलाना हिमाशू, गुलाम रब्बानी, अब्दुल बारी जख्मी ने भी जलसे में अपन तकरीरे पेश की। मस्जिद के तामीर एवं विस्तार के लिए इस जलसे का आयोजन किया गया है। जलसा को सफल बनाने में मो. एकराम, अमीर साहब, तनबीर आलम, बहार उद्दीन, सलाहउद्दीन, पूर्व मुखिया प्रो. वशीकुर रहमान, गयास, मुमताज एवं डा. शफीक ने भरपूर योगदान दिया।

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