Wednesday, December 1, 2010

अकेला चना अब हो गया हजारों झाड़: वेणु

अररिया, जाप्र: रेणु जी खड़े हुए थे तो अकेला चना थे। उनके द्वारा बोया गया चना का अकेला झाड़ अब हजारों एकड़ में फैल गया है। यह कहना है प्रसिद्ध कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु के पुत्र व फारबिसगंज से भाजपा उम्मीदवार पद्म पराग राय वेणु का।
उन्होंने अपनी जीत का श्रेय नीतीश कुमार व सुशील मोदी के सुशासन को दिया तथा विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। .. चारो ओर सुशासन की धारा है नीतीश मोदी ने पुकारा है। यह पूछे जाने पर कि रेणु तो समाजवादी थे और आप भाजपाई कैसे? वेणु ने कहा कि भूल जायें भूत को, समय अनुकूल है। अब आगे देखने का वक्त है। आपात काल के समय सोशलिस्ट, जनसंघ व संघ सब मिल कर राजनीति की गंगा में समा गये थे।
उन्होंने अपनी जीत पर रेणु को भी याद किया। ..रेणु को चाहने वाले फारबिसगंज सहित पूरी दुनिया में हैं। मेरी जीत रेणु के लोगों की जीत है।
वेणु ने कहा कि मैला आंचल में रेणु जी ने फारबिसगंज के गांवों के जिस पीड़ा का वर्णन किया है, मैं उसे दूर करने का भरसक प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि गांवों में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास मेरी प्राथमिकता रहेगी। मौके पर साहित्यकार व रेणु जी के साथ काम करने वाले कुलानंद अकेला भी उपस्थित थे।

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