फारबिसगंज(अररिया) : फारबिसगंज में पावर ग्रिड के शुरू होने के बावजूद शहर में विद्युत आपूर्ति नहीं सुधर पाई है। यहां चिराग तले अंधेरा वाली स्थिति बनी हुई है। जबकि सुपौल, किशनगंज आदि स्थानों पर पावर ग्रिड बनने के पश्चात वहां की बिजली व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
फारबिसगंज सहित अररिया जिला के विद्युत उपभोक्ताओं में यहां पावर ग्रिड शुरू होने से काफी आशाएं जगी थी। लोगों को उम्मीद थी कि अब उन्हें बिजली की किल्लत से हमेशा के लिए निजात मिल जायेगी। लेकिन चार वर्ष बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं होता देख उपभोक्ता खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। जबकि कार्यपालक अभियंता के हवाले से अधीक्षण अभियंता पूर्णिया द्वारा बराबर स्थिति में सुधार लाने का आश्वासन जरूर दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में एनटीपीसी कहलगांव की चार यूनिट ठप्प हो जाने की वजह से पटना और सुपौल को छोड़ पूर्व बिहार में बिजली का संकट बना हुआ है। लेकिन यहां आम दिनों में भी औसतन आठ से दस घंटे ही बिजली आपूर्ति होती रही है। ज्ञात हो कि जिला भर में विद्युत राजस्व की सर्वाधिक फारबिसगंज शहरी क्षेत्र से ही किंतु आज तक अररिया जिला के उपभोक्ताओं के लिए आवश्यक 20 मेगावाट बिजली का अनुबंध संभव नहीं हो पाया।
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