Wednesday, January 5, 2011

चचरी पुल दे रहा मौत को आमंत्रण

बसैटी (अररिया) : रानीगंज प्रखंड के घघरी गांव में दुलारदेई नदी पर बना बांस का चचरी पुल मौत को आमंत्रण दे रहा है। प्रतिदिन उक्त बांस के चचरी पर होकर सैकड़ों की संख्या में लोग पार होते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि आये दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं फिर भी प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है। आठ-दस वर्ष पूर्व डूबने से यहां एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। कई बार सांसद, विधायक व मंत्री से यहां के लोगों ने इस घाट पर पुल बनवाने की गुहार लगाई है। परंतु सभी का आश्वासन ढाक के तीन पात साबित हुए हैं। पंचायत समिति सदस्य प्रोफेसर मो. सिद्दीन बताते हैं कि यह गांव दुलादेई व सौरा दो नदी के बीच बसा है जिस पर चार घाटे हैं। दो घाटो में तो अभी भी लोग कमर भर पानी में तैरकर या बैलगाड़ी से पार होते हैं। लेकिन दो घाटों पर बांस का चचरी बना दिया गया है। बरसात के मौसम में यहां यातायात दुरूह बन जाता है। जबकि पैक्स अध्यक्ष नजरूल इसलाम का कहना है कि अधिकांश लोग अल्पसंख्यक व गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करते हैं। जो मजदूरी व खेतों में काम कर अपना जीवन बसर करते हैं। औरतें धान से चावल तैयार करती है व पुरुष चावल को अररिया पूर्णिया मंडी में बेचते हैं। परंतु पुल के अभाव में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं मुखिया चंद्रिका प्रसाद सिंह कहते हैं कि यदि पुल निर्माण हो जाय तो, एकरा, बांसर, धोबिनियां, सैतपुर, बंगलाहाट, मोहनी, करेला सहित कई गांव की तस्वीर बदल सकती है।

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