Sunday, March 4, 2012

अब कस्तूरबा की छात्राएं भी करेंगी दसवीं तक की पढ़ाई


अररिया : शोषित, पीड़ित व रेडलाईट एरिया से मुक्त कराई गई लड़कियां जो कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं, वे अब उसी स्कूल में 8वीं से आगे तक की शिक्षा ग्रहण कर पाएंगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए ठोस रणनीति तैयार की है। भारत सरकार के कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2009-10 में 91, 2010-11 में 166 तथा शेष बचे 273 प्रखंडों में इस वित्तीय वर्ष में बालिका छात्रावास बनाने का प्रस्ताव है।
इसी आलोक में शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कस्तूरबा विद्यालय को प्राथमिकता में रखकर प्रखंडों से एक-एक बालिका छात्रावास का प्रस्ताव मांगा। इसी निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बालिका छात्रावास के लिए सात कस्तूरबा विद्यालय तथा दो उच्च विद्यालय का चयन किया है। इसका प्रस्ताव विभाग को भेजा जा रहा है। प्रभारी डीइओ सह माध्यमिक शिक्षा डीपीओ बसंत कुमार ने बताया कि कस्तूरबा की छात्राओं को नौवीं व दसवीं की शिक्षा बगल के उच्च विद्यालय में मिलेगी, उनके रहने के लिए कस्तूरबा केंपस में ही छात्रावास बनाने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि बालिका छात्रावास के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, जयप्रकाशनगर अररिया, रानीगंज, भरगामा, नरपतगंज, जोकीहाट, कुर्साकांटा, सिकटी तथा उच्च विद्यालय डेहटी पलासी व प्लस टू ली एकेडमी फारबिसगंज प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
वहीं उन्होंने बताया कि भारत सरकार शैक्षणिक रूप से पिछड़े प्रखंडों में एक-एक माडल उवि का चयन करने जा रही है। जिसमें सारी व्यवस्था की जायेगी। डीपीओ बसंत कुमार ने बताया कि जिले से प्रत्येक प्रखंड से एक-एक उवि का प्रस्ताव माडल स्कूल के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि माडल स्कूल के लिए सरकार ने प्रखंड मुख्यालय के निकट वाला तथा 3.5 एकड़ जमीन होना जरूरी बताया है।
डीपीओ ने बताया कि ली एकेडमी फारबिसगंज लालजी उवि रानीगंज, जवाहर उवि भरगामा, उवि नरपतगंज, उवि अररिया, उवि जोकीहाट, उवि कुआड़ी कुर्साकांटा, उवि कलियागंज पलासी तथा उवि बरदाहा सिकटी का चयन माडल स्कूल के लिए किया गया है। विभाग के द्वारा प्रस्ताव स्वीकार करते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

0 comments:

Post a Comment