Thursday, May 10, 2012

मुंशी से खुला था केसीसी फर्जीवाड़ा का पिटारा

अररिया : तीन माह पूर्व 70 वर्षीय रजिस्ट्री आफिस के मुंशी साहेब लाल की गिरफ्तारी जब नगर थाना पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में की थी, उस समय किसी को अंदाजा भी नही था कि जिले फर्जी दस्तावेज पर फर्जीवाड़ा का एक नया पोल खुलने वाला है। अररिया के एसपी शिवदीप लांडे ने जैसे हीं इस मामले की जांच आगे बढ़ायी वैसे हीं केसीसी ऋण में 15 करोड़ से अधिक राशि बैंक कर्मी व बिचौलियों के भेंट चढ़ने की बात सामने आ गयी। एसपी ने सबसे फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। मुंशी के निशानदेही पर गैरकी के आबिद नामक दलाल की गिरफ्तारी की गयी। आबिद ने खुलासा किया था कि महतो ट्रेडर्स के मालिक हारुण फर्जीवाड़ा गिरोह का संचालन करता है। इस गिरोह का नेटवर्क अररिया, किशनगंज एवं कई अन्य जिलों में अपना जाल बिछाकर रखा है। गिरोह के सदस्य साहेब लाल के माध्यम से फर्जी दस्तावेज तैयार करता था फिर उसी दस्तावेज पर विभिन्न लोगों के नाम पर केसीसी एवं अन्य योजना की ऋण का निकासी करता था। इस कार्य के लिये बैंक कर्मियों के लिये पूर्व से हीं पीसी निर्धारित रहता था। साहेब लाल एवं आबिद ने गिरोह के आधा दर्जन लोगों का नाम भी पुलिस के समय खुलासा किया है। हालांकि एसपी ने स्वयं जीरोमाइल स्थित महतो ट्रेडर्स में छापामार कर लाखों का कृषि यंत्र जब्त किया लेकिन हारुण भागने में सफल रहा था। कृषि यंत्र जब्ती के बाद महलगांव, पलासी, भरगामा, अररिया प्रखंड के दर्जनों लाभुक एसपी के समक्ष पहुंचकर बिना ऋण लिये बगैर हीं ऋणी होने की जानकारी दी। किसानों को ऋणी होने की जानकारी तब मिली थी जब बैंक से उन्हें नोटिस मिलने लगा था। इसके बाद फर्जीवाड़ा का पोल लगातार खुलता रहा। बैंक अधिकारियों की गिरफ्तारी के समय भी पलासी प्रखंड के मोजम्मिल नामक युवक ने एसपी के समक्ष खुलासा कि केसीसी योजना के तहत उनके नाम पर 40 हजार रुपये स्वीकृत हुई। लेकिन वह राशि आज तक उन्हें नही मिल पायी है। यह मामला केवल मोजम्मिल का हीं नहीं है। दर्जनों किसानों के नाम पर बिचौलिये फर्जी कागजात तैयार कर बैंक से ऋण की उगाही कर ली।

0 comments:

Post a Comment