अररिया : अररिया प्रखंड के कोचगामा में किसानों की 42 एकड़ जमीन पर गुरुवार को पारंपरिक हथियारों से लैस तीन सौ से अधिक आदिवासियों ने कब्जा जमा लिया है। घटना में एक युवक तीर लगने से घायल हो गया है, जबकि एक अन्य के साथ मारपीट की गयी है। दोनों को सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है।
इधर, घटना की खबर सुनते ही डीएम एम सरवणन, एसपी शिवदीप लांडे, एसडीओ डॉ. विनोद कुमार, डीएसपी मु. कासिम, अंचल पदाधिकारी तैयब आलम शाहिदी सदलबल गांव पहुंच गये हैं।
मामले के संबंध में डीएम सरवणन व एसपी लांडे ने बताया कि दोनों पक्षों से बात की जा रही है तथा फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। एसडीओ श्री कुमार ने आदिवासियों के बीच आक्रोश को देखते हुए उक्त जमीन पर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त कर निषेधाज्ञा लागू कर दिया है। मौके पर दंडाधिकारी व पुलिसबल की भी तैनाती कर दी गयी है। इधर, आदिवासियों का कहना है कि जब तक वे लोग जमीन पर अपना घर नहीं बना लेते हैं तब तक वे जमीन से नहीं हटेंगे तथा निषेधाज्ञा भी नहीं मानेंगे। उन्होंने बताया कि 1987 में ही सरकार ने उन लोगों के बीच 42 एकड़ जमीन बंदोबस्त की है। लेकिन जब भी वे लोग जमीन पर कब्जा करने आते हैं, जमीन मालिक उन्हें भगा देते हैं। यही कारण है कि आज भी वे लोग सड़क किनारे रहने के लिये मजबूर हैं।
वहीं जमीन मालिक रघुनंदन यादव, शिव नंदन यादव, देव नंदन यादव एवं अन्य का कहना है कि उक्त जमीन उनलोगों की खतियानी है। वर्षो से जमीन का दखल भी उनके पास है। खाता संख्या 633 खेसरा 1987, 1990, 1994 में कुल 42 एकड़ जमीन है जो कई पीढ़ी से उनलोगों के अधीन है। लेकिन आदिवासियों की नजर उक्त जमीन पर पड़ी है तथा वे लोग अवैध कब्जा पर उतर गये हैं। भूधारियों ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी है।
इधर, घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को दोपहर पारंपरिक हथियारों से लैस सैकड़ों आदिवासियों ने कोचगामा पहुंच कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। किसानों ने इसका विरोध किया। इसी बीच निकट के पेट्रोल पंप पर तेल लेने गया तपेश कुमार यादव व लालू यादव नामक युवक आदिवासियों के घेरे में आ गए। तपेश यादव केहाथ में दो तीर लगी है। दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती करवा गया जहां से उन्हें पूर्णिया रेफर कर दिया गया है।
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