Saturday, May 12, 2012

बच्चों की पहली गुरु होती हैं महिलाएं




जोगबनी (अररिया) : मातृ शक्ति देश की सबसे बड़ी शक्ति है, काली, दुर्गा, मां, पत्‍‌नी और बहन के रूप में ये समाज में अपनी भूमिका का निर्वाह करती आ रही है।
उपरोक्त बातें जोगबनी स्थित राधाकृष्ण सरस्वती विद्या मंदिर में शुक्रवार को आयोजित मातृ सम्मेलन की अध्यक्ष अवकाश प्राप्त ली अकादमी के प्रधानाध्यापिका इंदु कुमारी ने कहा। उन्होंने कहा कि मां की भूमिका अनंत है। बच्चों के पहले गुरू घर की महिलाएं ही होती है। घर व समाज को रिश्तों में जोड़ना एवं अपनी सभ्यता व सांस्कृतिक का ज्ञान महिलाएं ही करती है। इतना ही नही बच्चों के शिक्षा के प्रति जितना जागरूक मां होती उतना पिता नही।
इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने विद्यालय के पठन-पाठन पर विस्तार से वर्णन किया। इस मौके पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित समुदाय को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर विद्यालय के प्रदेश मंत्री महेश प्र. सिंह, विभाग निरीक्षक नकुल शर्मा, विजय प्र. सिन्हा, देवानंद झा आदि ने भी अपने विचार प्रकट किय। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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