Saturday, May 12, 2012

बांध बनाने को लेकर दो गांवों के बीच विवाद


सिकटी(अररिया) : नूना नदी पर बांध बांधने के क्रम में शुक्रवार को दो गांवों के बीच विवाद हो गया। बाद में सिकटी प्रशासन द्वारा दोनों गांव के लोगों को समझा बुझा कर शांत किया। बांध बनाने के कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है।
जानकारी अनुसार पलासी प्रखंड के छपनिया गांव के ग्रामीणों ने सिकटी प्रखंड के खोरागाछ पंचायत के बगुलाडांगी व औलाबाड़ी गांव के बीच में बांध बांधा गया। वहीं, दूसरे पक्ष ने सिंहिया औलाबाड़ी के बीच में बांध बांधने का काम चालू कर दिया जिस पर छपनिया के ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों ने बताया कि यदि यह बांध बन जाता है तो सिंहिया औलाबाड़ी के महादलित बस्ती व आदिवासी टोला को बाढ़ के पानी से बचाने हेतु एक अलग बांध का निर्माण जरूरी हो जायेगा। जबकि नदी के बीच धार में एक बांध बांधा गया है जिससे पानी का बहाव दूसरे गांव की तरफ जा रहा है। तथा इस पानी के बहाव से फसल का काफी नुकसान व घर में दो फीट से ज्यादा पानी बाढ़ के मौसम में रहेगा। दोनों गांव के लोगों ने बाढ़ से बचाव के लिए अलग-अलग बांध बांधना चालू किया है।
बीडीओ केके सिन्हा, सीओ एसके पांडेय व सिकटी थाना के प्रशिक्षु दारोगा रवि कुमार के समझाने बुझाने पर मामला शांत हुआ। बीडीओ केके सिन्हा ने बताया कि दोनों तरफ तनाव व्याप्त है तथा दोनों गांव के लोगों द्वारा नदी के धारा को रोकने के प्रयास किए जा रहे है। सिंहिया गांव के अबुल हसन, मो. इमरान, मो. युसुफ आदि ने बताया कि इस बांध से पानी रोका जा सकता है। हम लोगों के घरों में बरसात के दिनों में दो फीट से भी ज्यादा पानी रहता है तथा फसल का भी काफी नुकसान होता। वहीं छपनियां के ग्रामीण राजू कुमार, संजय यादव, योगेन्द्र विश्वास, नाजिर हुसैन ने बताया इस बांध से पलासी प्रखंड के तीन पंचायत धर्मगंज, पिपरा विजवार, पलासी पंचायत बाढ़ से डूब सकता है। जिस कारण हम लोग बांध बनाने से रोक रहे हैं।

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