Monday, May 7, 2012

डकार गये करोड़ों, नहीं हो पायी कार्रवाई


अररिया : गरीबों के आशियाने और हकों पर डाका डाल खुद का शीशमहल खड़ा करने वाले अधिकांश भ्रष्ट बैंक कर्मी व बिचौलिए आज भी बेखौफ सड़कों पर चक्कर काट रहे हैं। ऐसे लोगों की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ितों में मायूसी छाने लगी है। न्याय की आस में पीड़ित अब पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ डीआईजी का द्वार खटखटा रहे हैं।
डेहटी पैक्स घोटाले की जांच की आंच जिले के डेढ़ सौ अधिक भ्रष्टाचारियों पर पड़ी। इन भ्रष्टाचारियों में आधा दर्जन बीडीओ सहित एक दर्जन से अधिक बिचौलिए पकड़े गये। इसके बाद अररिया के एसपी शिवदीप लांडे ने गरीबों की हकमारी करने वाले एक और गिरोह का पर्दाफाश किया। इस गिरोह के सदस्यों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर सैकड़ों किसानों के नाम पर कृषि लोन उठा लिया। मामला उजागर होने के बाद आधा दर्जन से अधिक दलालों की पोल खुली। लेकिन एक दो को छोड़कर आज तक कोई भी भ्रष्ट पदाधिकारी एवं दलाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए। जिले के पलासी, जोकीहाट, अररिया, भरगामा में बैंक कर्मियों और दर्जनों बिचौलिए की मिलीभगत से लोगों के हकमारी का मामला प्रकाश में आया। पलासी के उरलाहा एवं जोकीहाट के गैरकी स्थित बैंक के प्रबंधक पर कई लोगों ने दलालों के माध्यम से ऋण की राशि हड़पने को लेकर मामला भी दर्ज किया गया। डाला निवासी गजानंद मंडल ने पंद्रह दिन पूर्व ही डीआईजी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि मिनी प्लांट के लिए प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत उनके नाम 4.75 लाख रुपयें स्वीकृत हुआ था। ऋण स्वीकृत होने के बाद उनसे हस्ताक्षर तो कराया लेकिन लाभ की राशि आज तक नहीं मिल पायी। पीड़ित मंडल ने जब शाखा प्रबंधक मुकेश रंजन वर्मा से अपनी राशि की मांग की तो उन्होंने ऋण की राशि बैंक के दलाल मंटू भगत एवं किसी फुरी देवी नामक महिला को देने की बात कही। अंत में पीड़ित पलासी थाना कांड संख्या 5/12 दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगायी। बताया जा रहा है कि इस मामले में अनुमंडल पुलिस ने आरोप को सत्य पाते हुए आरोपी बैंक कर्मी एवं दलाल की गिरफ्तारी के लिये पुलिस को निर्देश भी दिया लेकिन आज तक फलाफल शून्य ही है। इसी तरह डेहटी पैक्स घोटाले के सरगना राम पुकार चौधरी, केसीसी ऋण घोटाले के सरगना सोएब आलम सहित दर्जनों लोगों बेखौफ अपने-अपने क्षेत्र में घूम रहे हैं लेकिन पुलिस..?

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