Tuesday, May 8, 2012

लगातार हो रही मौत से सकते में एसएसबी


बथनाहा (अररिया) : अभी एसएसबी जवान ललित मोहन जीना की हत्या का मामला ठंडा भी नही हो पाया था कि सोमवार की देर रात फिर एक जवान गंभीर सिंह गुर्जर की मौत ने एसएसबी 24वीं बटालियन के जवान एवं अधिकारी को जहां सकते में ला दिया है। एसएसबी 24वीं बटालियन में जवानों की लगातार मौत दर मौत ने पुलिस के लिए भी चुनौती पैदा कर दी है।
गौरतलब है कि 29 मार्च को हुए एसएसबी जवान ललित मोहन जीना की मौत के मामले को पुलिस अब तक सुलझा नहीं पायी है। उस पर मंगलवार की सुबह बटालियन मुख्यालय के अंदर ही एक और जवान की फांसी लगाकर पेड़ से लटकी हुयी लाश संदेहास्पद स्थिति में बरामद हुयी है। इससे पूर्व हाल ही में गत 30 जुलाई को बल में पदस्थापित एक महिला सिपाही नयना रामदास की मौत उसके सर्विस रायफल की गोली लगने से हुयी थी। एसएसबी 24वीं वाहिनी की स्थापना उपरांत से अब तक करीब एक दर्जन जवानों की मौत हो चुकी है। सबसे पहले एसआई मैकेनिक राजेन्द्र कुमार (7.2.10), उसके बाद एक ट्रैक्टर दुर्घटना में (7.2.10), इसके बाद एक ट्रैक्टर दुर्घटना में (16 मार्च 2010) को बीमारी के कारण प्रदीप विश्नोई (13.2.11), गौतम गोस्वामी की मौत पटना में सड़क दुर्घटना में (2.1.11) को, लांस नायक टिक्कन राम की मौत (3.8.11) तथा लांस नायक आर्मर जितेन्द्र कुमार की (2.2.12) को हृदयाघात से मौत हुई थी। गोविंद चीका नाम जवान की मौत ट्रेन में सफर के दरम्यान 28 जून 2010 को हुयी थी।

0 comments:

Post a Comment