अररिया : जिले में यंत्रचालित मोटर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे न केवल वायु प्रदूषण का कहर बढ़ रहा है, बल्कि सड़क दुर्घटनाएं भी आम बात हो रही हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो पचास के दशक में इस जिले में मात्र 29 यंत्रचालित वाहन पंजीकृत थे, जबकि यह संख्या आज की तारीख में चालीस हजार के आंकड़े को छू रही है। वहीं, जिले से बाहर पंजीकृत वाहनों को भी जोड़ दें तो वाहनों का आंकड़ा पचास हजार पार कर जायेगा।
इतनी अधिक संख्या में वाहनों के बावजूद जिले में कोई औपचारिक ड्राइविंग स्कूल नहीं है। बाइक या चौपहिया खरीदने वाले लोग अपने प्रयास से ही गाड़ी चलाना सीख लेते हैं।
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